उत्तर प्रदेश की एक यूनिवर्सिटी से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जो अपने आप में चौंकाने वाली है. अगर हम आपसे कहें कि यूनिवर्सिटी में परीक्षा थी और यूनिवर्सिटी प्रशासन पेपर छापना भूल गया. ये पढ़कर आपको यकीन नहीं हुआ होगा, लेकिन यह मामला सच है और यूपी के आजमगढ़ जिले के महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय का है. इसमें सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि पहली बार नहीं बल्कि इससे पहले भी यूनिवर्सिटी पेपर छापना भूल चुकी है. इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. यूनिवर्सिटी की इस लापरवाही पर लोग सवाल उठाने लगे हैं. यहां तक यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे छात्रों ने आक्रोश जताई है. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
एग्जाम के 45 मिनट पहले प्रिंट हुआ पेपर
दरअसल, मंगलवार को सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय में एमए के छात्रों की प्राचीन इतिहास की परीक्षा थी. जब छात्र यूनिवर्सिटी पहुंचे तो वहां प्रशासन की नींद इस खबर से खुली कि आज परीक्षा है. परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पहले विश्वविद्यालय प्रशासन ने व्हाट्सएप पर परीक्षा का प्रश्नपत्र मंगाया और उसे प्रिंट कराकर अभ्यर्थियों को वितरित कर दिया गया. इस मामले के बाद विश्वविद्यालयों में हड़कंप मच गया. मामले पर संज्ञान लेते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति ने परीक्षा समिति की बैठक बुलाई है.
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2 मई को हुआ था सेम कांड
रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार सुबह 8 बजे एमएम प्राचीन इतिहास की परीक्षा थी. जब पेपर नहीं आया तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रबंधकों से संपर्क किया. उस दौरान मामला सामने आया कि पेपर छपा ही नहीं है. ऐसे में उन्होंने तुरंत पेपर वॉट्सऐप पर भेजा और प्रिंट करवाया. आपको बता दें कि महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय से आजमगढ़ और मऊ जिले के 454 कॉलेज संबद्ध हैं. 2 मई को भी ऐसा ही हुआ, उस दिन भी संस्कृत की परीक्षा थी लेकिन न तो पेपर छपा और न ही पेपर. इस मामले पर भी कुलपति ने संज्ञान लेते हुए रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब की थी.
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Source : News Nation Bureau