Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस सांप्रदायिक हिंसा में 12 लोग घायल हो गए. वहीं, 1 युवक की जान चली गई. इसके बाद से इलाके में तनावपूर्ण माहौल है. अब तक इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और 30 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है.
बहराइच में नहीं रुक रहा सांप्रदायिक हिंसा
बावजूद इसके इलाके में हिंसा जारी है. सोमवार को उपद्रवियों ने अस्पताल, दुकान और शोरूम समेत कई घरों में आग लगा दी. इसे देखते हुए प्रशासन ने इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया है. मिली जानकारी के अनुसार, उपद्रवियों ने नकवा गांव में देर रात धार्मिक स्थल को भी तोड़ दिया. जिसके बाद एक बार फिर से इलाके में हालात बेकाबू हो गए. जिसके बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया.
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सोमवार की देर रात उपद्रवियों ने धार्मिक स्थल को किया आग के हवाले
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार की देर रात करीब 10 बजे 10-15 लोग आए और उन्होंने आगजनी की घटना को अंजाम दिया. इस आगजनी में कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया. जिसके बाद भारी पुलिस बल तैनात किया गया. पुलिस को देखते हुए उपद्रवी वहां से भाग गए. रविवार की शाम करीब 6 बजे दुर्गा प्रतिमा लेकर लोग इलाके से गुजर रहे थे. इस दौरान डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि दूसरे पक्ष के लोग अपने घरों की छतों से पत्थरबाजी करने लगे. इस पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए. इस बीच एक युवक को उठाकर दूसरे समुदाय के लोग ले गए और उसे गोली मार दी.
1 युवक को मारी गई गोली
घटना के बाद मृतक रामगोपाल मिश्रा के परिजन सीएम योगी आदित्यनाथ से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उन्होंने सीएम से बात करने के बाद ही रामगोपाल का अंतिम संस्कार किया. मामले को लेकर सीएम ने भी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. स्थानीय लोगों को आरोप है कि जुलूस के दौरान एसओ मौजूद नहीं थे. घटना को लेकर हरदी थाना प्रभारी व महसी चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है.