बहराइच के महराजगंज बाजार में हाल ही में हुई हिंसा ने कई परिवारों को प्रभावित किया, जिसमें रामगोपाल मिश्रा की हत्या ने सबसे अधिक सुर्खियां बटोरीं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामगोपाल की पत्नी, रोली मिश्र को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की, जिससे उनके परिवार को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. हालांकि, रोली की शैक्षिक योग्यता को देखते हुए उन्हें चतुर्थ श्रेणी कर्मी के पद पर नौकरी मिलने की संभावना जताई जा रही है.
रामगोपाल की पत्नी को सरकारी नौकरी
इस हिंसा के बाद, प्रशासन ने मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की. रामगोपाल के परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है, जिसमें से पांच लाख रुपये उसके पिता कैलाशचंद्र को और पांच लाख रुपये रोली को दिए गए हैं. इसके अलावा, पंचायतीराज विभाग ने शौचालय निर्माण के तहत 12 हजार रुपये की पहली किस्त भी भेजी है. मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत रोली के नाम पर एक आवास भी स्वीकृत हो गया है, जिसके लिए 1.20 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा.
चतुर्थ श्रेणी में सरकारी नौकरी
हालांकि, रोली की शैक्षिक योग्यता महज कक्षा आठ तक होने के कारण उन्हें उच्च पद पर समायोजित नहीं किया जा सकेगा. इस बारे में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि शैक्षिक योग्यता के अनुसार चतुर्थ श्रेणी कर्मी के पद पर नौकरी दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि माहौल शांत होने पर नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
जिलाधिकारी मोनिका रानी का बयान
परिवार को अधिकांश योजनाओं का लाभ मिल चुका है। नौकरी देने के संदर्भ में विभागीय स्तर पर जानकारी इकट्ठा की जाएगी। शैक्षिक योग्यता को ध्यान में रखते हुए, माहौल सामान्य होने पर नौकरी देने पर विचार किया जाएगा - मोनिका रानी, जिलाधिकारी।
रोली मिश्र का वीडियो वायरल
इस बीच, रोली मिश्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. रोली का कहना है कि उनके पति की हत्या के चार दिन बाद भी पुलिस न्याय नहीं दिला पा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों को पकड़ा गया है, लेकिन उन पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई. उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन उनके साथ सहयोग नहीं कर रहा है, और उन्हें न्याय की उम्मीद है.