बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल की पत्नी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की मांग की है. उन्होंने कहा कि उनके पति की हत्या के तरीके से वह बेहद दुखी और गुस्से में हैं. उन्होंने यह भी कहा कि खून का बदला खून होना चाहिए और वे न्याय की उम्मीद कर रही हैं. उनके इस आक्रोश और न्याय की मांग में समाज के अन्य लोग भी साथ हैं, जो इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं. यह मामला अब स्थानीय प्रशासन और सरकार के लिए एक चुनौती बन गया है.
परिवार ने सीएम से मांगा न्याय
बहराइच में हाल ही में हुई हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है. रामगोपाल की पत्नी, रोली मिश्रा, ने आजतक से बातचीत में कहा, "हमें आरोपियों का एनकाउंटर चाहिए. जैसे मेरे पति को मारा गया, वैसे ही उन्हें भी मारा जाए. हमें सीएम से और कुछ नहीं चाहिए." जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें विश्वास है कि सीएम योगी से न्याय मिलेगा, तो उन्होंने कहा, "ये तो हमें जाकर ही पता चलेगा. हमें तो खून के बदले खून चाहिए.
'हमें तो खून के बदले खून चाहिए'
रोली ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस की कार्रवाई से वे संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना था, "जब तक उन लोगों को सजा नहीं मिलती, तब तक हम संतुष्ट नहीं होंगे." उन्होंने प्रशासन की लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर पुलिस सही से काम करती, तो यह सब नहीं होता. उनके परिवार के एक सदस्य ने कार में बैठते हुए कहा, "हमें न्याय मिलना चाहिए. हमने देखा कि रामगोपाल की हालत क्या थी."
भावुक हुई रामगोपाल की मां
रामगोपाल की मां ने भी भावुक होकर कहा, "मेरा बेटा तो चला गया, अब हम क्या करेंगे. हमें बस न्याय मिलना चाहिए." वहीं, उनके भाई ने कहा कि वे सीएम से मिलने जा रहे हैं और पूरी बात बताएंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस की कार्रवाई से वे खुश नहीं हैं और उन्हें दोषियों का एनकाउंटर चाहिए.
घटना दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान
यह घटना दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई, जब रामगोपाल एक जुलूस में शामिल था. महराजगंज बाजार में नारेबाजी और डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ, जो जल्द ही हिंसा में बदल गया. इस दौरान छतों से पत्थर फेंके गए और गोलीबारी में रामगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे बहराइच मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
महराजगंज में बढ़ा बवाल
रामगोपाल की मौत के बाद महराजगंज में बवाल और बढ़ गया. आक्रोशित लोगों ने आरोपियों के घरों और वाहनों में तोड़फोड़ की. यह हिंसा पूरे जिले में फैल गई, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई. रामगोपाल के परिवार की मांग है कि उन्हें न्याय मिले, ताकि वे अपने पति और बेटे की हत्या का बदला ले सकें. उनकी यह पुकार न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि ऐसी हिंसा को रोकना आवश्यक है.