यूपी के बलिया में सोमवार शाम पत्रकार रतन सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने पीड़ित परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता का ऐलान किया हैं. वहीं मामले में बलिया एसपी ने फेफना एसएचओ शशि मौली पांडेय को निलम्बित कर दिया है. दरअसल, मृतक पत्रकार के पिता विनोद सिंह ने फेफना एसएचओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
यह भी पढ़ें : D-Company के क्राइम सिंडिकेट में कौन-कौन, नए डॉजियर से खुलासा
उन्होंने कहा कि उनका बेटा रतन सिंह (Ratan Singh) बचाया जा सकता था, अगर थाना प्रभारी शशि मौली पांडेय ने कोई कार्रवाई की होती तो. पीड़ित पिता ने बताया कि घटना 7 बजे के करीब की है. 6 बजे के आसपास एक प्रधान का भाई सोनू शाम 6 बजे के करीब आया. रतन सिंह मोटरसाइकिल लेकर जा रहा था. दोनों में कुछ बात हुई इस दौरान रतन के मोबाइल पर एक और आदमी ने उसको बुलाया. इसके बाद ये लोग रतन को लेकर चले गए.
रतन सिंह के पिता ने बताया कि पहले लाठी-डंडे से मारना शुरू किया. इस दौरान रतन सिंह ने थाना इंचार्ज फेफना शशि मौली को फोन किया. थाना इंचार्ज वहां पहुंचा है और देखकर फिर गाड़ी लेकर थाने में चला गया है. अगर शशिमौली नहीं गया रहता तो हमारे लड़के का जान बच गया रहता. उन्होंने आरोप लगाया कि ये शशि मौली की सारी साजिश है.
यह भी पढ़ें : दिल्ली दंगों में क्राइम ब्रांच ने दाखिल की 7 चार्जशीट, 39 आरोपी किए गए थे गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि एक चितपड़ा गांव का विकास सिंह है, जो शशि मौली के साथ सारा सेटेलमेंट किया है. हमलावर कुछ हमारे पट्टीदार हैं और एक ग्राम प्रधान है और उसका भाई है. उन्होंने कहा कि हमारे दो लड़के थे, दोनों गुजर गए. अब हमारी जिंदगी कितने दिन की है?
यह भी पढ़ें : वीजा नियमों में गड़बड़ी को लेकर क्राइम ब्रांच ने 800 विदेशी जमातियों से की पूछताछ
वहीं मामले में अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी (Avneesh Awasthi) ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी अरविंद सिंह, दिनेश सिंह और सुनील सिंह समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि हत्या जमीन विवाद में की गई है.
Source : News Nation Bureau