उत्तर प्रदेश के भदोही में चल रहे नौकरानी के आत्महत्या के मामले में एक और अपडेट सामने आया है. यहां समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक जाहिर बेग ने जिला न्यायालय में सरेंडर किया है. बता दें कि एक दिन पहले उनके बेटे जईम बेग को पुलिस ने इसी मामले में हिरासत में लिया था. इसके बाद जईम को कोर्ट में पेश कर सलाकों के पीछे भेज दिया.
पूरा मामला 9 सितंबर का है, जब जाहिद बेग के घर में काम करने वाली लड़की की लाश फांसी के फंदे से झूलती मिली थी. इस मामले में पुलिस ने जाहिद बेग, उनकी पत्नी और उनके बेटे जईम बेग के खिलाफ बालश्रम, बंधुआ मजदूरी और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया था.
क्या है सपा नेता पर आरोप
नौकरानी की मौत के बाद पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू कर दी थी. इस दौरान उन्हें घर एक और नाबालिग लड़की मिली जिसको उनके घर से मुक्त कराया था. लड़की ने बयान दिया था कि वह घरेलू काम से परेशान थी और वहां से जाना चाहती थी, क्योंकि विधायक और उनकी पत्नी उसके साथ गलत व्यवहार करते थे. पुलिस ने विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी की तलाश में जगह-जगह छापेमारी की, जिसके बाद पूर्व विधायक जाहिद बेग ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया.
जाहिद बेग ने दी ये सफाई
कोर्ट में सरेंडर करने के बाद जाहिद बेग ने बताया कि उन्हें पीटा गया है. किसके इशारे पर ये किया जा रहा है, क्यों किया जा रहा है, मुझे इस बात का पता नहीं है. इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि विधायक के बेटे जईम बेग के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर कार्रवाई की गई. गौरतलब है कि नौकरानी के हत्याकांड के बाद से ही पुलिस सपा नेता की तलाश में थी जिसके बाद अब जाकर उन्होंने खुदी कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
एक दिन पहले बेटा हुआ था गिरफ्तार
हालांकि, इससे एक दिन पहले भदोही में समाजवादी पार्टी के विधायक के घर में काम करने वाली हाउस हेल्पर की मौत के मामले में बड़ा मोड़ आया है. पुलिस ने विधायक के बेटे जईम बेग को गिरफ्तार कर लिया है. जईम बेग को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश होने के लिए भेज दिया गया है. विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी के खिलाफ बंधुआ मजदूरी, घरेलू नौकरानी के उत्पीड़न, आत्महत्या समेत अन्य कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है.