उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद हुई घटना में एक भरतपुर की महिला भी घायल हुई है. सत्संग में भरतपुर शहर से करीब 800 लोग शामिल होने के लिए हाथरस गए थे. भरतपुर से गए हुए लोग हाथरस, एटा, सिकंदराराऊ और मथुरा में अपने साथियों की तलाश कर रहे हैं. भरतपुर से विजय नगर कॉलोनी, कुम्हा, देयोपुरा गांव से बस गई थी. बाकी लोग अपनी छोटी गाड़ियों से हाथरस पहुंचे थे. सत्संग में शामिल होने गए विजेंद्र निवासी कुम्हा ने बताया की, मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम के नाम से एक कमेटी है. सत्संग का समय सुबह 10 बजे से 2 तक था. भरतपुर से शामिल होने वाले लोग सुबह करीब 6 बजे हाथरस के लिए रवाना हुए. 10 बजे से सत्संग शुरू हो गया. सत्संग में लाखों की संख्या में भीड़ मौजूद थी. 2 बजे सत्संग शुरू हुआ. हम लोग अपनी बस में बैठकर भरतपुर के लिए रवाना हो गए.
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हमारी बस हाथरस से निकल भी नहीं पाई थी, उससे पहले पता लगा की जहां सत्संग हो रहा था. वहां कोई हादसा हो गया था. जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और कई महिलाएं और बच्चे घायल हैं. हमने हाथरस की कमेटी से संपर्क किया. जिसके बाद हम भरतपुर के बाकी लोगों की तलाश में हाथरस पहुंचे. जहां हमें पता लगा की, मलाह गांव की एक महिला रानी (40) और उसके बेटी ज्योति (16) भी सत्संग में आई थी. जो घायल हैं और एटा अस्पताल में भर्ती हैं.
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हम सभी लोग एटा पहुंचे तो वहां पता लगा की रानी बेहोश हो गई थी. रानी के परिजन भी एटा पहुंच गए हैं. वह उसे लेकर मथुरा के लिए रवाना हो गए हैं. एटा अस्पताल में करीब 27 शव रखे हैं वहां की पुलिस ने हमें सभी शव दिखाए लेकिन, हमें उसमें से कोई भी भरतपुर का रहने वाला नहीं लगा. फिलहाल बाकी लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है.
Source : News Nation Bureau