BHU On Bangladesh Unrest: बांग्लादेश में हिंसा ने आक्रामक रूप ले लिया है. मचे बवाल के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए देश छोड़कर भाग निकली. इसके बावजूद देश की हालत पहले से भी ज्यादा बदतर हो गई है. हालात ऐसे हैं कि खुद बांग्लादेशी ही अपने घर वापस नहीं जाना चाहते हैं. दुनियाभर में बांग्लादेशी छात्र पढ़ रहे हैं. भारत में ही हजारों की संख्या में बांग्लादेशी छात्र हर साल पढ़ाई करने के लिए आते हैं. सिर्फ वाराणसी के बीएचयू में करीब 200 बांग्लादेशी छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन देश की स्थिति को देखते हुए वह घर नहीं लौट पा रहे हैं.
बांग्लादेशी छात्रों के लिए BHU ने लिया बड़ा फैसला
इन सबके बीच बीएचयू ने बड़ा फैसला लिया है. बीएचयू बांग्लादेशी छात्रों की मदद के लिए सामने आया है. यूनिवर्सिटी ने पड़ोसी देश की स्थिति को देखते हुए सभी बांग्लादेशी छात्रों को निशुल्क छात्रावासों में रहने की अनुमति दी है. छात्रों की फ्री में खाना और रहने की सुविधा दी जाएगी. यूनिवर्सिटी ने निर्देश दिया है कि जब तक बांग्लादेश में स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है, छात्र फ्री में रह सकते हैं और उन्हें किसी प्रकार का खाना और रहने का शुल्क नहीं देना पड़ेगा.
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फ्री में छात्रों का खाना और रहना
बता दें कि आमतौर पर कॉलेज से पास आउट होने के बाद छात्रों को छात्रावास खाली करना पड़ता है, लेकिन बांग्लादेश में चल रहे उग्र प्रदर्शन की वजह से छात्र अपने देश लौट नहीं पा रहे हैं. इन सभी चीजों को देखते हुए बीएसचू ने पासआउट और कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों को बिना भुगतान के रहने की अनुमति दी है. यह फैसला बांग्लादेशी छात्रों के हित को देखते हुए लिया गया है.
बांग्लादेश में 9000 भारतीय छात्र
BHU के इस फैसले के बाद बांग्लादेशी छात्रों ने राहतभरी सांस ली. उन्होंने यूनिवर्सिटी के फैसले की प्रशंसा करते हुए बताया कि घरवालों से बात हुई है और देश में स्थिति काफी तनावपूर्ण बना हुआ है. बता दें कि इस हिंसा में हिंदुओं को टारगेट करने की भी खबर सामने आ रही है. इसे लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सदन में कहा कि बांग्लादेश में 19 हजार भारतीय हैं, जिनमें से 9000 छात्र हैं. अधिकांश छात्र भारत वापस लौट चुके हैं.