बसपा सांसद अतुल राय (Atul Rai) मामले में योगी सरकार (Yogi Sarkar) ने मंगलवार 19 अक्टूबर को बड़ी कार्रवाई की. योगी सरकार के इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. दरअसल, रेप के आरोपी बसपा सांसद अतुल राय के पक्ष में रिपोर्ट लगाने वाले पुलिस उपाधीक्षक अमरेश सिंह बघेल को बर्खास्त कर दिया गया. पुलिस उपाधीक्षक (co) अमरेश सिंह बघेल (Amresh Singh Baghel) इसी मामले में पीड़िता द्वारा आत्मदाह किए जाने के बाद एसआईटी (SIT) की रिपोर्ट में दोषी पाये जा चुके हैं. अमरेश सिंह बघेल को पिछले साल 30 दिसंबर को निलंबित किया गया था. हाल ही में उनको वाराणसी पुलिस ने बाराबंकी टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया था. इस वक्त अमरेश बघेल वाराणसी जेल में बंद हैं .
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आपको बता दें कि भेलूपुर के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी (CO) अमरेश सिंह बघेल ने बसपा सांसद अतुल राय के प्रभाव में आकर दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ गलत रिपोर्ट लगाई. इसके साथ ही उन्होने प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट में सांसद अतुल के पक्ष में दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ गवाही भी दी थी. जबकि दूसरी ओर पीड़िता अंतिम सांस तक वाराणसी पुलिस के साथ ही क्षेत्राधिकारी अमरेश सिंह बघेल पर आरोप लगाती रही थी .
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पुलिस के इस रवैये से परेशान होकर दुष्कर्म पीड़िता और उसके साथी ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह कर लिया था. इसी आधार पर एसआईटी ने जांच की. वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने गोपनीय पत्र पर डीसीपी काशी ने आख्या लगाई. जिसके बाद लंका थाने में अमरेश सिंह बघेल पर आत्महत्या के लिए उकसाने, लोकसेवक पद की गरिमा धूमिल करने तथा अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया था.
पुलिस उपाधीक्षक अमरेश बघेल सब इंस्पेक्टर से प्रमोट होकर इंस्पेक्टर और फिर डिप्टी एसपी बने थे. डीजीपी मुकुल गोयल ने अमरेश बघेल की बर्खास्तगी की पुष्टि की है.