उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर के बिकरु गांव में पिछले महीने आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले के मुख्य आरोपी दिंवगत गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे ने मंगलवार को भैरो घाट से अपने पति की अस्थियां लेने पहुंची, जहां दुबे का पांच सप्ताह पहले अंतिम संस्कार किया गया था. बाद में ऋचा और उसके पुत्रों ने अस्थियों को गंगा नदी में प्रवाहित किया. विकास दुबे (Vikas Dubey) की अस्थियां 10 जुलाई को अंतिम संस्कार के बाद से यहां रखी थीं.
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गौरतलब है कि विकास दुबे 3 जुलाई को बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी था. 10 जुलाई को कानपुर के बाहरी इलाके में स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मुठभेड़ में वह मारा गया था. दुबे को 9 जुलाई को मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद कानपुर ले जाते समय उसने भागने का प्रयास किया, जिसमें उसका एनकाउंटर हो गया. उसके घरवालों ने मंगलवार को नगर निगम से दुबे का मृत्यु प्रमाण पत्र भी लिया.
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मुख्य अभियुक्त विकास दुबे के अलावा बिकरू कांड में शामिल रहे उसके साथी प्रभात मिश्रा, अमर दुबे, बउवा दुबे, प्रेम कुमार पांडे और अतुल दुबे भी पुलिस के साथ अलग-अलग हुई मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं. अब तक दयाशंकर अग्निहोत्री, श्याम बाबू वाजपेई, जहान यादव, शशिकांत मोनू और शिवम दुबे को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस मामले में छोटू शुक्ला, शिव तिवारी, विष्णु पाल यादव, रामू बाजपेई, हीरू दुबे और बाल गोविंद नामक अभियुक्त अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.