उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ढीले अधिकारियों के खिलाफ सख्त तेवर अपनाए हुए है. दफ्तरों में लेट पहुंचने वाले अधिकारियों के लिए सरकार ने नई व्यवस्था शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद विधानसभा और सचिवालय में आज से सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की हाजिरी बायोमैट्रिक्स मशीन के जरिए लगनी शुरू हो गई है. ऐसे में अब टाइम पर ना पहुंचने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सचिवालय प्रशासन नियमावली के अंतर्गत कार्रवाई होगी.
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उत्तर प्रदेश सचिवालय में पहले ही दिन सचिवालय में अभूतपूर्व नजारा देखने को मिला. सचिवालय के ज्यादातर कर्मचारी 9:30 बजे तक ही कार्यालय पहुंच गए. 11 बजे तक जिन कार्यालय की कुर्सियों को अपने कर्मचारियों का इंतज़ार रहता था, वहां 9:30 बजे ही कर्मचारी और अधिकारी अपनी हाजिरी लगाते हुए दिखे.
आम कर्मचारियों के साथ ही IAS राजकमल और प्रशांत कुमार ने भी बायोमैट्रिक्स मशीन के जरिये अपनी हाज़िरी दर्ज की. हालांकि पहला दिन होने की वजह से कुछ बायोमैट्रिक्स मशीनों के संचालन में थोड़ी दिक्कत आई. सचिवालय के कर्मचारियों की बायोमैट्रिक्स मशीन द्वारा हाज़िरी पर उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि मुख्यमंत्री का ये फैसला गुड़ गवर्नेन्स और जनता के हित में लिया गया है. प्रदेश सरकार का कहना आने वाले समय में इसके बेहतर परिणाम भी सामने आएंगे.
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वहीं बायोमैट्रिक्स अटेंडेंस को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने नाराजगी जताई. कर्मचारियों ने कहा कि वो समय से आ रहे हैं तो उन्हें समय से शाम को 6 बजे छोड़ा भी जाए, क्योंकि जरूरी काम का हवाला देकर देर रात तक रोका भी जाता है. ऐसे में वो अगले दिन फिर समय से कैसे आ पाएंगे.
गौरतलब है कि हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस समेत सभी विभागों के अफसरों को सुबह 9 बजे तक हर हाल में कार्यालय पहुंचने के निर्देश दिए थे. मुख्यमंत्री ने कहा था कि जो भी अफसर इसका पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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