सावन का महीना शुरू हो गया है ऐसे में वाराणसी पुलिस कमिश्नर व्यवस्थाओं का जायजा लेने खुद काशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुंचे. इस दौरान मंदिर के गेट तक बीजेपी के एक पदाधिकारी गाड़ी लेकर पहुंचे तो तुरंत कमिश्नर ने उसे फटकार लगाई और कहा मैं कमिश्नर हूं पैदल आया हूं तो तुम गाड़ी लेकर क्यों आये?. इसके बाद कमिश्नर की गाड़ी वहां पहुंच गई इससे काफी किरकिरी हुई तो दूसरी तरफ व्यवस्थाओं की पोल खुली पैदल ही वाराणसी के कमिश्नर ज्ञानवापी के पास ट्रैफिक जाम में फंस गए. दरअसल, सावन के महीने में वाराणसी और काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा और यहाँ की व्यवस्था बनाये रखना सबसे बड़ी चुनौती होती है.
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वाराणसी पुलिस कमिश्नर पैदल मार्च करते हुए काशी विश्वनाथ मन्दिर पहुंचे वहां बीजेपी के एक पदाधिकारी गाड़ी लेकर पहुंचे तो तुरंत कमिश्नर ने बीजेपी के मंडल मंत्री को फटकार लगाई और कहा- में कमिश्नर हूं पैदल आया हूं जो व्यवस्था मैंने बनाई है सभी को पालन करना पड़ेगा. आप गाड़ी लेकर नहीं आएंगे मैं चाहता तो मैं भी गाड़ी लेकर आता. इसके बाद कमिश्नर की गाड़ी वहां पहुंच गई, जिससे उनकी काफी किरकिरी हो गयी. इसके बाद बीजेपी के मंडल मंत्री ने कहा कमिश्नर जिस वजह से मुझे फटकार लगाई और कहा कि मैं अपनी गाड़ी लेकर नहीं आया हूं पर उनकी गाड़ी तो सामने दिख रही है. वाराणसी में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है और इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार है और मैं इसकी शिकायत करूंगा.
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वाराणसी में पुलिस कमिश्नर इन सबके बावजूद सुरक्षा का पुख्ता दावा किया और कहा कि हर एक व्यक्ति को नियम का पालन करना पड़ेगा. बाबा की नजर में हर एक व्यक्ति एक समान है इसलिए सभी को नियम का पालन करना पड़ेगा और सावन के महीने में मंदिर के आस - पास के इलाकों में शनिवार और रविवार बंदी की तैयारी की जा रही है.
HIGHLIGHTS
- काशी में ट्रैफिक की समस्या जारी
- काशी विश्वनाथ मंदिर तक गाड़ी लेकर पहुंचे बीजेपी नेता
- पुलिस कमिश्नर पैदल ही ट्रैफिक जाम में फंसे