उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का चुनावी अभियान शुरू होने से पहले बैठक का दौर जारी है. मंगलवार का दिन बीजेपी के लिए गहमागहमी भरा रहा. पूरे दिन बीजेपी के अंदर हलचल रही. बीजेपी मुख्यालय पर पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ के साथ बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हुई, जो देर रात तक चली. इस बैठक में मिशन 2022 के रोडमैप को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि अगले साल के चुनाव में पार्टी संगठन 300 पार के नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरेगा.
यह भी पढ़ें : राजस्थान में शह और मात का खेल: गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायकों की बैठक आज, ये खतरा है या कुछ और?
बीएल संतोष और राधामोहन सिंह फिर से लखनऊ पहुंचे हुए हैं. वह दो दिन के दौरे पर यहां आए हैं. उनके आने के बाद बीजेपी में हलचल बढ़ गई. मंगलवार को कई बैठकें हुई. पहले बीएल संतोष और राधामोहन सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बातचीत की. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कैबिनेट मंत्रियों और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्षों की मीटिंग में हुई, जिसमें बीएल संतोष और राधामोहन सिंह भी शामिल थे. इसके बाद फिर कोर कमेटी की बैठक देर रात तक चली. इस बैठकों में बीजेपी ने मिशन 2022 को लेकर सियासी मंथन किया.
बताया जाता है कि मीटिंग में शामिल मंत्रियों को चुनाव की तैयारी में जुटने का निर्देश दिया गया है. राज्य सरकार की उपलब्धियों के साथ प्रमुखता से लोगों के बीच जाने को कहा गया है. मंत्रियों को निर्देश यह भी दिए गए हैं कि वे अपने विभाग की उपलब्धियों को कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों को बताएं. इसके अलावा कोविड काल के दौरान पैदा विषम परिस्थितियों से सरकार ने कैसे पार पाया, इसे प्रमुखता से मंत्री जनता को बताएं.
बैठक खत्म होने के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2017 का विधानसभा चुनाव जीता था और अब 2022 की तैयारी है.
यह भी पढ़ें : शरद पवार के आवास पर राष्ट्र मंच की बैठक, यशवंत सिन्हा ने बुलाई थी मीटिंग
उन्होंने कहा कि 2022 में 300 पार करेंगे. बीजेपी की प्रचंड बहुमत की सरकार बनेगी. उन्होंने यह भी कहा कि जिला पंचायत चुनाव में ऐतिहासिक विजय होगी. बता दें कि मंगलवार को अचानक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के यहां खाने पर पहुंचे थे. योगी के अलावा उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होशबोले और सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल और क्षेत्र प्रचारक अनिल सिंह समेत कुछ और पदाधिकारी भी मौर्य के आवास पर लंच में थे.
यूपी की राजनीति में योगी आदित्यनाथ का मंगलवार को केशव प्रसाद मौर्य के सरकारी आवास पर जाना काफी चर्चा का विषय बना है. बता दें कि बीते दिनों केशव मौर्य ने बयान दिया था कि यूपी में मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव के बाद तय किया जाएगा, जिस पर राजनीतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था और पार्टी नेतृत्व के मुद्दे पर बंटी नजर आ रही थी. इस दौरे से योगी ने पार्टी में एकता का संदेश दिया है. माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ का केशव प्रसाद मौर्य के सरकारी आवास पर जाना यूपी भाजपा तथा प्रदेश में एक जुटता का संदेश देने की कोशिश है.