उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अलीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के विधायक के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. अलीगढ़ की इगलास सीट से बीजेपी विधायक राजकुमार सहयोगी ने एक थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर उनकी पिटाई किए जाने का आरोप लगाया है. विधायक राजकुमार सहयोगी की थाने में पुलिस द्वारा कथित पिटाई की खबर फैलते ही सैकडों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता घटना के विरोध में थाने पर एकत्र हो गए. इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने गोंडा पुलिस थाने के अधिकारी अनुज कुमार सैनी को निलंबित कर दिया है. साथ ही पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अतुल शर्मा का भी तबादला किया गया है.
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दरअसल, इगलास विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक सहयोगी सत्ताधारी दल से संबद्ध एक व्यक्ति के खिलाफ दायर मामले के सिलसिले में गोंडा थाने गए थे. सहयोगी का आरोप है कि जब वह उक्त मामले के सिलसिले में थाने आए तो एसएचओ सहित तीन पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की. इसकी भनक जैसी विधायक की समर्थकों को लगी, भाग संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक थाने में पहुंच गए. स्थिति तनावपूर्ण होने पर गोंडा थाने पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति को संभालने के लिए पहुंच गए.
बीजेपी विधायक की मानें तो 2 अगस्त को पार्टी कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय की संपत्ति विवाद को लेकर सलीम नामक व्यक्ति ने पिटाई कर दी थी. सलीम के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया गया था, हालांकि इसी घटना को लेकर कुछ दिन बाद रोहित के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया और जब रोहित इसका विरोध करने गया तो थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया. सहयोगी ने कहा कि रोहित विश्व हिन्दू परिषद के सक्रिय सदस्य हैं और उनके खिलाफ बेवजह मामला दर्ज किया गया है.
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स्थानीय पुलिसकर्मियों का कहना है कि विधायक ने पुलिस के साथ बदसलूकी की, जिसके बाद उनका थाना प्रभारी अनुज कुमार सैनी सहित पुलिस अधिकारियों के साथ झगडा हो गया. विधायक सहयोगी ने हालांकि इस बात से इंकार किया कि उन्होंने थाने में किसी से बदसलूकी की है. इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है और अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को जिले से स्थानांतरित करने के आदेश दिए गए हैं. पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने अलीगढ़ जोन के पुलिस महानिरीक्षक को इस संबंध में बृहस्पतिवार तक अपनी विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं.