उत्तर प्रदेश में साल 2027 में चुनाव होने वाले हैं. भाजपा चुनाव में किसी प्रकार की कोई ढिलाई देने के मूड में नहीं है. भाजपा ने विधानसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. भाजपा ने उत्तर प्रदेश में मुस्लिम समुदाय को पार्टी से जोड़ने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. एक जनवरी से भाजपा अपना विशेष अभियान शुरू करेगी.
पार्टी के संगठन से मंजूरी मिलते ही भाजपा का अल्पसंख्यक मोर्चा योजना में जुट जाएगा. अभियान का मुख्य उद्देश्य बूथ से लेकर जिला और राज्य स्तर तक मुस्लिम बहुल इलाकों में पार्टी की पैठ को मजबूत करना है. 2025 तक के लिए एक व्यापक एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है. जिससे 2027 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की राह आसान हो जाए.
कुंदरकी की जीत से मिली प्रेरणा
दरअसल, हाल में कुंदरकी विधानसभा चुनाव में हुए उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद भाजपा में एक नई उम्मीद आई है. भाजपा को भरोसा हुआ कि मुस्लिम इलाकों में पार्टी अपनी पैठ बना सकती है. 2024 लोकसभा चुनावों में मुस्लिम वोटों ने पार्टी से दूरी बना ली थी, जिसके बाद एक बार फिर भाजपा मुस्लिम को अपने पक्ष में करने के लिए सक्रीय हो गई है.
भाजपा ने बनाया यह फुल प्रूफ प्लान
- पार्टी मुस्लिम बहुल बूथों पर खास ध्यान देगी. पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को यहां तैनात किया जाएगा.
- पार्टी मदरसों, मस्जिदों और दरगाहों में जाकर मौलाना और मौलवियों से नियमित बातचीत करेगी. ऐसा इसलिए कि मुस्लिम समुदाय भाजाप से जुड़ जाए.
- मुस्लिम बस्तियों में कौमी चौपाल आयोजित करेगी. इसमें पार्टी मुस्लिम समुदाय के लोगों से सीधा संवाद करेगी.
- भाजपा ने अब तत 7.50 लाख मुस्लिमों को पार्टी से जोड़ा है. इनके माध्यम से पार्टी जिला स्तर पर बैठकें आयोजित करेगी.
- मुस्लिम युवाओं के लिए शुक्रिया मोदी और शुक्रिया योगी भाईजान जैसे कार्यक्रम होंगे. ऐसे उन्हें सरकारी योजनओं और रोजगार के अवसरों के बार में जानकारी दी जाएगी.