जब आपके पास अधिक होता है, तो आप और भी अधिक चाहते हैं. ठीक यही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ हो रहा है. हाल के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सत्ता बरकरार रखी, लेकिन पार्टी स्पष्ट रूप से संतुष्ट नहीं है. इस साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आगामी चुनावों के साथ-साथ 2023 में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम और राजस्थान में विधानसभा चुनावों और निश्चित रूप से 2024 में लोकसभा चुनावों (Loksabha Elections) ने पार्टी को मतदाताओं के बीच अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए मजबूर कर दिया है.
2023 अंत तक तैयार होगा अयोध्या में राम मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर 2023 के अंत तक तैयार होने की संभावना है, लेकिन भाजपा के लिए यह स्पष्ट रूप से पर्याप्त नहीं है. एक अनुभवी भाजपा नेता ने कहा कि हमारा नारा था 'अयोध्या की तैयारी है, काशी मथुरा बाकी है' और हम इसी पर चल रहे हैं. अयोध्या तैयार होगी और हम काशी और मथुरा को आक्रमणकारियों से मुक्त करने के अपने वादे को निभाएंगे. देवताओं की हमारी त्रिमूर्ति- राम, शिव और कृष्णा के लिए समर्पित भव्य मंदिर होंगे.
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हिंदू कार्ड ही दिलाएगा बहुमत
पार्टी के रणनीतिकारों को लगता है कि केवल शासन ही उन्हें सत्ता में वापस ला सकता है, यह हिंदू कार्ड है जो उन्हें चुनावों में भारी बहुमत देगा. भाजपा इस तथ्य से अवगत है कि काशी और मथुरा पर मुस्लिम समुदाय की अपेक्षित प्रतिक्रियाओं से पार्टी के पक्ष में हिंदू वोटों को मजबूत करने में मदद मिलेगी. भाजपा नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमने अभी तक काशी या मथुरा पर एक शब्द नहीं बोला है और हमारे किसी भी जिम्मेदार नेता ने अब तक उन पर कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन मुस्लिम नेताओं को देखें, वे पहले से ही तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. यह स्वाभाविक रूप से हिंदुओं को इस मुद्दे पर मजबूत करेगा.
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2024 के लिए काशी-मथुरा पर दारोमदार
उन्होंने आगे कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी को सुशासन पर 200 सीटें मिलीं, लेकिन बाकी सीटें 'बुलडोजर' अभियान के कारण आईं, जो जाहिर तौर पर मुस्लिम माफिया के खिलाफ लक्षित थी. भाजपा नेता ने कहा कि बुलडोजर फैक्टर ने हिंदुओं को अपने पक्ष में कर लिया और हम आधे रास्ते से काफी आगे निकल गए हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि काशी और मथुरा में जाति बाधाओं को तोड़ने और हिंदू कार्ड को मजबूत करने की ताकत है. अयोध्या 2014 और 2019 में एक तुरुप का पत्ता था और अब 2024 में काशी और मथुरा हमें सत्ता में वापस लाएगा.
HIGHLIGHTS
- 'अयोध्या की तैयारी है, काशी मथुरा बाकी है' का नारा रखें ध्यान
- बीजेपी नेताओं की चुप्पी और मुस्लिम नेताओं के बयान शुरू
- मुस्लिम नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया एकजुट करेगी हिंदू वोट