कोरोना संक्रमण के दौरान ब्लैक फंगस बड़ी मुसीबत बनकर सामने आ गया है वाराणसी में ब्लैक फंगस के दो दर्जन से अधिक मामले सामने आये है एक महिला की मौत हो चुकी है तो दुसरी तरफ ब्लैक फंगस की दवा बाजार से खत्म हो चुकी है तो दूसरी तरफ बीएचयू अस्पताल में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए डॉक्टरों की विशेष टीम गठित की गई है. वाराणसी में ब्लैक फंगस के केस जैसे ही बढ़े बाजार से इसकी दावा ही गायब हो गयी बीएचयू अस्पताल के बाहार लंका इलाके में जहाँ दवा की सबसे बड़ी मण्डी है पर यहाँ एक भी दवा की दुकान पर ब्लैक फंगस की दवा नहीं मिली.
ब्लैक फंगस के बढ़ते कदम के कारण बीएचयू अस्पताल में अलग से वार्ड के साथ ईएनटी और सर्जरी के डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है बीएचयू के मेडिकल सुपरिटेंडेंट खुद कहते है की 14 मरीज ब्लेक फंगस के अस्पताल में भर्ती है जिनका इलाज किया जा रहा है दवा की थोड़ी कमी है पर दूसरे रिसर्च के लिए जो दवा रखी गई थी उसका भी उयोग कर रहे है प्रशासन से दवा मिलने का आश्वासन मिला है इस समय ब्लैक फंगस की दवा की बाजार में किल्लत थोड़ी चिंता का विषय है सरकार को इस पर ध्यान नही देना चाहिए.
बीएचयू के सीनियर डॉक्टर कहते की ब्लैक फंगस की शिकायत अधिकतर उन्ही को हो रही है जो कोविड पोजेटिव रहे है और क्रिटिकल मेडिकल केयर पर रहे है या तो फिर जो मधुमेह के शिकार है इम्युनिटी कम है उन्हें ज्यादा खतरा है पर ऐसा नहीं है इसका इलाज नहीं दवा से लोग ठीक हो सकते है और होते भी है पर ब्लैक फंगस की दवा न मिलना कालाबाजारी होना इस पर सरकार को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए. वाराणसी के बीएचयू अस्पताल में ब्लैक फंगस के लिए अलग से वार्ड और डॉक्टरों की टीम बेहतर इलाज के लिए गठित की गई है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना संक्रमण के दौरान ब्लैक फंगस बड़ी मुसीबत बनकर सामने आ गया है
- वाराणसी में ब्लैक फंगस के दो दर्जन से अधिक मामले सामने आये है
- एक महिला की मौत हो चुकी है तो दुसरी तरफ ब्लैक फंगस की दवा बाजार से खत्म हो चुकी है
Source : News Nation Bureau