गोंडा में आज यानि रविवार को भाजपा की पूर्व सांसद और भारतीय कृषि संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से हमारे संवाददाता अंबिकेश्वर पांडे ने खास बातचीत की. उन्होंने पहलवानों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर स्कॉलरशिप बातचीत की बातचीत के दौरान बृजभूषण शरण सिंह पहलवानों के कांग्रेस ज्वाइन करने से राजनीति में जाने से मुझे कोई दिक्कत नहीं है, न ही पूरे भारत देश को दिक्कत है.
शर्मिंदगी झेलने को मिल रही
दीपेंद्र हुड्डा ने अपने चेहरे पर अखाड़ों के कुछ पहलवान को लगा दिया. अगर बहन बेटियों के ऊपर आज कोई सवाल उठ रहा है और उनको शर्मिंदगी झेलने को मिल रही है तो इसके मुख्य करिदार का नाम है भूपेंद्र हुड्डा. 2012 में मैं दीपेंद्र हुड्डा को कुश्ती संघ का चुनाव हार करके चुनाव जीता था. पूरे देश का समर्थन था निर्विरोध चुना गया था. यह लोग इस कुश्ती संघ पर कब्जा करना चाहते थे और हमारे बहाने भाजपा को यह लोग घेरना चाहते थे. वैसे पार्टी में मेरा कोई कद नहीं है लेकिन मैं अयोध्या आंदोलन से जुड़ा रहा हूं. सबसे ज्यादा अयोध्या में कभी भीड़ की आवश्यकता पड़ती थी तो हम ही करते थे.
पार्टी की छवि को खराब करने के लिए यह सारा काम किया
हम बीजेपी में राष्ट्रीय स्तर पर तो नहीं लेकिन अपने 3-4 जिलों में लोकप्रिय हैं. मेरी लोकप्रियता को मेरे जीवन को और मेरी पार्टी की छवि को खराब करने के लिए यह सारा काम किया गया है. हरियाणा चुनाव को लेकर कहा कि आज दो प्रदेश दिखाई दे रहा है, जब धरने पर बैठे थे तभी से पता था और दीपेंद्र हुड्डा, भूपेंद्र हुड्डा सिंह पुरा रोल प्ले कर रहे थे. कांग्रेस के सारे मुख्यमंत्री धरने में आए थे. हरियाणा चुनाव को देखते हुए यह स्क्रिप्ट लिखी गई थी. इन लोगों को लग रहा था कि यह खिलाड़ी बनाम खिलाड़ी चुनाव हो जाएगा और इससे इनका लाभ होगा. चलिए अब पर्दा उठ गया है देखा जाएगा इनका लाभ होता है कि नहीं. पार्टी ज्वाइन करने से मुझे कोई दिक्कत नहीं है.