Corona Virus: उत्तर प्रदेश के मेरठ में दो वर्षीय एक बच्ची में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है. आपको बता दें कि ब्रिटेन से लौटे परिवार को कोरोना हुआ था. इसकी पुष्टि होने के बाद सैंपल दिल्ली भेजे गए थे. चार लोगों के सैंपल में से एक बच्ची की रिपोर्ट में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है.
बच्ची के माता-पिता भी कोरोना से संक्रमित हैं. हालांकि, उनमें कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन नहीं मिला है. दो वर्षीय बच्ची में कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है. अब इस इलाके के लोगों का लगातार टेस्ट किया जा रहा है.
गौरतलब है कि इससे पहले यूनाइटेड किंगडम से लौटे छह लोगों में भी कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण पाए गए थे. इनमें से तीन बेंगलुरु, 2 हैदराबाद और एक पुणे की लैब के जांचे गए सैंपल में नया स्ट्रेन पाया गया है. ब्रिटेन से लौट रहे लोगों की जीनोम स्किवेंसिंग की गई थी, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को जारी की गई है.
ब्रिटेन से आंध्र प्रदेश पहुंची महिला में नए प्रकार के कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि
ब्रिटेन से आंध्रप्रदेश के राजामहेंद्रवरम में आयी 47 वर्षीय महिला में नए प्रकार के कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है लेकिन राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि प्रदेश में नए वायरस का संक्रमण नहीं फैला है. राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त कतमनेनी भास्कर ने हैदराबाद के कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि ब्रिटेन से लौटे 12 यात्रियों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी और इनमें से केवल महिला ही नए प्रकार के वायरस से संक्रमित पायी गयी है.
भास्कर ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘महिला का बेटा संक्रमित नहीं हुआ. महिला के संपर्क में आए व्यक्ति में भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई.’’ ब्रिटेन से 21 दिसंबर को भारत आयी महिला नयी दिल्ली में अधिकारियों को चकमा देकर निकल गयी थी और वह ट्रेन से आंध्रप्रदेश पहुंच गयी. अधिकारियों ने उसे राजामहेंद्रवरम में पकड़ लिया और महिला तथा उसके बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया. आंध्रप्रदेश एक्सप्रेस के एसी कोच के उसी डिब्बे में यात्रा करने वाले आठ यात्रियों की कोविड-19 की जांच की गयी लेकिन किसी में भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई. विशाखापत्तनम पहुंचने के बाद इन यात्रियों की जांच की गयी थी.
स्वास्थ्य आयुक्त ने कहा, ‘‘राज्य में नए प्रकार के कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैला है. हम लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं और घबराने की बात नहीं है. मैं लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करता हूं.’’ भास्कर ने कहा कि हालिया दिनों में ब्रिटेन से 1432 लोग राज्य आए थे और उनमें से 1406 का पता लगा लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने सभी नमूनों को जीनोम जांच के लिए हैदरबाद में सीसीएमबी के पास भेज दिया है. हमें 23 नमूनों के नतीजों का इंतजार है.’’
Source : News Nation Bureau