बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में चुनावी घमासान मचा हुआ है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चोट पर जमकर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है. बीजेपी ममता बनर्जी के चोट को एक पॉलिटिक्स स्टंट बता रही हैं. वहीं दूसरी तरफ कई राजनेता टीएमसी अध्यक्ष के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने भी सीएम ममता बनर्जी के साथ हुई घटना पर दुख जताते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया हैं. मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी का चुनाव के दौरान अचानक घायल होना अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण. कुदरत से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना. साथ ही निर्वाचन आयोग द्वारा भी इसे गंभीरता से लेकर इसकी उच्च-स्तरीय जाँच कराना जरूरी, बीएसपी की यह मांग.'
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आगे कहा, 'इसके साथ-साथ, इस ताज़ा घटना के मद्देनजर यहां अपने बूते पर प. बंगाल विधानसभा आमचुनाव लड़ने वाले बीएसपी के सभी उम्मीदवारों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं आदि से अपील है कि वे पूरी सावधानी बरतते हुए अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाएं.'
2. इसके साथ-साथ, इस ताज़ा घटना के मद्देनजर यहाँ अपने बूते पर प. बंगाल विधानसभा आमचुनाव लड़ने वाले बीएसपी के सभी उम्मीदवारों, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं आदि से अपील है कि वे पूरी सावधानी बरतते हुए अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाएं. 2/2
— Mayawati (@Mayawati) March 12, 2021
तृणमूल कांग्रेस नंदीग्राम घटना की सबसे बड़ी लाभार्थी बनकर उभरी है, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि एक साजिश के तहत उन पर 'हमला' किया गया था. घटना के बाद आईएएनएस सी वोटर के सर्वेक्षण के अनुसार, 44.1 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि नंदीग्राम की घटना के बाद तृणमूल सबसे अधिक लाभान्वित होगी.
जबकि 34.1 फीसदी लोगों ने कहा कि भाजपा को फायदा होगा और 12.2 फीसदी लोगों ने कहा कि घटना के बाद लेफ्ट-कांग्रेस को फायदा होगा. 44.2 फीसदी की संख्या में उत्तरदाताओं ने कहा कि ममता बनर्जी का दावा सही है. उन्होंने दावा किया कि उन पर हमला किया गया था और यह एक साजिश थी.
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विपक्षी दलों ने उनके दावों का खंडन किया और कहा कि वह सहानुभूति हासिल करने की कोशिश कर रही हैं. पोल में पूछा गया कि 'किसका दावा सही है', 39.2 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि विपक्ष का दावा सही है. हालांकि, नंदीग्राम की घटना की सीबीआई जांच की भाजपा की मांग पर 49.2 प्रतिशत लोगों ने सहमति जताई, जबकि 29.2 प्रतिशत सहमत नहीं थे.
यह दिलचस्प है कि 53.6 प्रतिशत कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि तृणमूल इस घटना के बाद लाभान्वित होगी, उसके बाद 28 प्रतिशत वामपंथियों और 22.2 प्रतिशत भाजपा समर्थकों का भी ऐसा ही मानना है.
तृणमूल के साठ-सत्तर फीसदी समर्थकों का भी कहना है कि उनकी पार्टी को फायदा होगा. जबकि 23.2 फीसदी कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि बीजेपी को फायदा होगा, उसके बाद लेफ्ट के 21.5 फीसदी और तृणमूल के 14.1 फीसदी समर्थकों का ऐसा मानना है. 59.3 फीसदी भाजपा समर्थकों का कहना है कि भगवा पार्टी को फायदा होगा.