बीएसपी प्रमुख मायावती ने ब्लाक चुनाव के नामांकन के दौरान हुई हिंसा पर बीजेपी और सपा दोनों पर जोरदार हमला बोला है. मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'यूपी पंचायत चुनाव में भाजपा द्वारा पहले जिला पंचायत अध्यक्ष व अब ब्लाक प्रमुख के चुनाव के दौरान भी सत्ता व धनबल का घोर दुरुपयोग व हिंसा आदि जो हो रही है वह सपा शासन की ऐसी अनेकों यादें ताजा कराता है. इसीलिए बीएसपी ने इन दोनों अप्रत्यक्ष चुनावों को नहीं लड़ने का फैसला लिया.' उन्होंने आगे लिखा, 'अब यूपी विधानसभा का चुनाव निकट है तब भाजपा सरकार के विरूद्ध सपा जो जुबानी विरोध व आक्रामकता दिखा रही है वह घोर छलावा व अविश्वसनीय, क्योंकि इन्हीं सब सत्ता के दुरुपयोग व हर कीमत पर चुनाव जीतने आदि के लिए सपा का पूरा शासनकाल काफी चर्चाओं में रहा. जनता कुछ भी नहीं भूली.'
2. अब यूपी विधानसभा का चुनाव निकट है तब भाजपा सरकार के विरूद्ध सपा जो जुबानी विरोध व आक्रामकता दिखा रही है वह घोर छलावा व अविश्वसनीय, क्योंकि इन्हीं सब सत्ता के दुरुपयोग व हर कीमत पर चुनाव जीतने आदि के लिए सपा का पूरा शासनकाल काफी चर्चाओं में रहा. जनता कुछ भी नहीं भूली.
— Mayawati (@Mayawati) July 9, 2021
बीएसपी प्रमुख ने सपा पर हमला बोलते हुए लिखा, ' साथ ही, बात-बात पर ’हल्लाबोल’ के तेवर वाली सपा यहाँ के गरीबों, किसानों व बेरोजगारों आदि के अधिकारों और दलितों, पिछड़ों व मुस्लिम समाज के ऊपर यहां लगातार हो रहे अन्याय-अत्याचार व हिंसा आदि पर अभी तक निष्क्रिय क्यों रही है? यह भी सोचने की बात है.'
3. साथ ही, बात-बात पर ’हल्लाबोल’ के तेवर वाली सपा यहाँ के गरीबों, किसानों व बेरोजगारों आदि के अधिकारों तथा दलितों, पिछड़ों व मुस्लिम समाज के ऊपर यहाँ लगातार हो रहे अन्याय-अत्याचार व हिंसा आदि पर अभी तक निष्क्रिय क्यों रही है? यह भी सोचने की बात है.
— Mayawati (@Mayawati) July 9, 2021
इससे पहले मायावती ने मोदी मंत्रिमण्डल के विस्तार पर कहा था कि केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में कल किए गए लम्बे-चोड़े विस्तार व फेरबदल सरकार की अब तक की रही गलत नीतियों, कार्यकलापों एवं अन्य कमियों आदि पर पर्दा नहीं डाल सकते और न ही उस पर से लोगों का ध्यान बांट सकते हैं. जनता व देश की बदहाल स्थिति सही समय पर परिवर्तन की राह देख रही है.
उन्होंने आगे कहा कि साथ ही, यूपी की भाजपा सरकार भी यहां जनहित व जनकल्याण के सभी मोर्चे पर अधिकांश विफल ही रही है और कोरोना प्रकोप में तो इनकी नीति व कार्यशैली तथा इनके अन्य हवा-हवाई वादों व घोषणाओं आदि से यहाँ की समस्त जनता काफी दुःखी है.