CBI ने उत्तर प्रदेश में बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) के कार्यकाल के दौरान 21 सरकारी चीनी मिलों (Sugar Mill) की बिक्री में हुई कथित अनियमितता की जांच शुरू कर दी है. सीबीआई (CBI) ने इस मामले में एफआईआर (FIR) भी दर्ज की है. चुनावी समय में इस कार्रवाई से पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं. अधिकारियों के मुताबिक 2011-12 में मायावती के कार्यकाल में चीनी मिलों की बिक्री से सरकारी खजाने को कथित तौर से 1,179 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. इन्ही आरोपों समेत कई मुद्दों पर बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने अपनी बात रखी.
बसपा सुप्रीमो ने चीनी मिलों के मामले में कहा कि भाजपा सरकार सरकारी एजेंसिंयों का हमेशा से दुरुपयोग करती आई है. CBI और ED का दुरुपयोग भारतीय राजनीति में अब तक किसी ने इस तरह नहीं किया था जिस तरह भाजपा कर रही है. भाजपा की नजर उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर है, लेकिन पिछले तीन चरण के जो मतदान हुए हैं उसमें भाजपा की स्थिति खराब हो रही है. सपा-बसपा गठबंधन बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है. जिससे भाजपा घबरा गई है. सीबीआई ने चीनी मिल मामले में भाजपा के इशारे पर केस दर्ज किया है. यह मेरे खिलाफ साजिशन कदम उठाया गया है.
मायावती ने पीएम मोदी पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद को पिछड़ा बताते रहते हैं. लेकिन वह पिछड़े वर्ग से नहीं आते. उनकी जाति अगड़ी ही थी. लेकिन जब गुजरात में उनकी सरकार आई तो उन्होंने अपनी जाति को पिछड़ी जाति में जोड़ लिया. ताकि पिछड़े लोगों का वोट हासिल कर सकें. वह मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की तरह जन्मजात पिछड़े नहीं हैं. बल्कि वह पिछड़े बने हैं. हमने उन्हें कभी भी नीच नहीं कहा है. अपितु उनकी ही पार्टी दलितों और पिछड़ों को नीच कहती रही है. दलितों पर अत्याचार भाजपा के लोगों ने किया है. गुजरात में दलितों को प्रताणित किया गया.
भाजपा के साथ कांग्रेस भी कभी दलितों की हितैषी नहीं हो सकती. वह बस दलितों और पिछड़ों के साथ होने का ढोंग करते हैं. भाजपा ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट को लागू नहीं होने दिया. लेकिन आज वह अपने आप को दलितों का हितैषी बताते हैं.
मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में बसपा-सपा-RLD का गठबंधन जीतने वाला है. भाजपा की नींद इस बात से उड़ी हुई है. इसलिए वह सीबीआई का हथकंडा अपना रही है. आज उसने ऐसे वर्ग के नेतृत्व पर सवाल उठाया है जो हमेशा से दबा कुचला रहा है.
मायावती ने आरक्षण पर भी अपनी बात को रखा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि जब तक मैं हूं तब तक कोई आरक्षण नहीं खत्म कर सकता. लेकिन इनकी सरकार ने आरक्षण खत्म करने का पूरा प्रयास किया है. आज जो बचा कुचा आरक्षण है भाजपा उसे खत्म कर रही है. सरकारी कामों के ठेके आज अपने धन्नासेठ साथियों को दे रही है.
मायावती ने कहा कि जब मैं राज्यसभा में थी तो मुझे बोलने नहीं दिया जाता था. जब मैं अपने समाज के लोगों की बात नहीं रख सकती थी तो फिर मेरे वहां होने से कोई भी फायदा नहीं था. इस वजह से मैने इस्तीफा दिया था. मायावती ने आगे कहा कि भाजपा में कार्यकर्ता कम हैं और नेता ज्यादा है. जबकि बसपा दलितों और पिछड़ों की पार्टी है. इस लिए इसमें नेता कम हैं और कार्यकर्ता ज्यादा है.
Source : News Nation Bureau