मुगलसराय से बीजेपी की विधायक साधना सिंह के मायावती पर दिए आपत्तिजनक बयान को लेकर बहुजन समाज पार्टी के नेता राम चंद्र गौतम ने साधना सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया है. यह एफआईआर बबूरी पुलिस स्टेशन में कराई गई है. हालांकि बयान पर विवाद होने के बाद साधना सिंह ने बिना किसी शर्त के माफी मांग ली थी और कहा था कि उनकी मंशा किसी को अपमानित करने की नहीं थी. साधना सिंह ने इस मसले पर अपनी सफाई देते हुए कहा, भाषण के दौरान उनकी मंशा किसी को अपमानित करने की नहीं थी, 'मेरी मंशा 2 जून 1995 को गेस्ट हाउस कांड में बीजेपी ने जो मायावती जी की मदद की थी उसे सिर्फ याद दिलाना था न कि अपमान करना था. अगर मेरे शब्दों से किसी को कष्ट हुआ है तो मैं खेद प्रकट करती हूं.'
बता दें कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने साधना सिंह के बयान की कड़ी निंदा की. मुगलसराय क्षेत्र से बीजेपी विधायक साधना सिंह ने चंदौली जिले के करणपुरा गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में स्टेट गेस्ट हाउस कांड को लेकर मायावती के खिलाफ अभद्र टिपण्णी की. विपक्ष के अलावा बीजेपी के नेता ने भी साधना सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने साधना सिंह के बयान की कड़ी निंदा की. बीएसपी के साथ गठबंधन करके अगला लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी विधायक की टिप्पणी की निंदा की. उन्होने कहा कि बीजेपी की महिला विधायक ने जिस तरह के आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग बसपा प्रमुख मायावती के लिए किया है वह घोर निंदनीय है. वहीं बीएसपी महासचिव सतिद्ध चंद्र ने कहा, 'साधना सिंह ने जिस तरह मायावती के लिए शब्द इस्तेमाल किये हैं, यह पार्टी के स्तर को दिखता है.
इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी संज्ञान लेते हुए साधना सिंह को नोटिस भेजा है.