उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में सोमवार को हुई हिंसा के दौरान एक स्थानीय युवक सुमित की मौत के बाद उसके परिवार वाले खाना नहीं खा रहे हैं. सुमित के पिता ने बुधवार को कहा कि, 'हम 3 दिनों से बिना भोजन के हैं. अगर हमारी मांग नहीं नहीं मानी गई और एफआईआर से उसका नाम नहीं हटाया गया तब तक हम ऐसे ही रहेंगे, चाहे हम मर क्यों न जाएं.'
मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव सहित कई अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मृतक सुमित के परिवारवालों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी.
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार ने बताया था कि मारे गए युवक सुमित का पोस्टमार्टम हो चुका है. उसके शरीर में गोली पाई गई. इस घटना में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गौकशी के शक में हुई हिंसा और बवाल में स्याना थाने के इंस्पेक्टर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या हुई थी. इसी घटना में सुमित की भी मौत हुई थी.
एडीजी आनंद कुमार ने मंगलवार को बताया था कि इस मामले में 88 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 27 लोग नामजद हैं. इनमें से चार लोगों- चमन, रामबल, आशीष चौहान और सतीश की गिरफ्तारी हुई है.
और पढ़ें : बुलंदशहर हिंसा : मुख्य आरोपी योगेश राज का वीडियो आया सामने, कहा- मैं घटनास्थल नहीं था मौजूद
एडीजी ने बताया कि एसआईटी घटनास्थल पर पहुंचकर अपना काम कर रही है. ये खुफिया एजेंसी की असफलता है या किसी और की, जांच रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा. उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी योगेश राज की तलाश तेजी से हो रही है. उन्होंने स्वीकार किया था कि हिंसा के दौरान पुलिस ने हवाई फायरिंग की थी.
बुलंदशहर में हिंसा के दौरान स्याना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के मामले में स्याना कोतवाली में उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है. इसमें बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज, भाजपा युवा स्याना के नगराध्यक्ष शिखर अग्रवाल और विहिप कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी नामजद किया गया है. अभी तक तीनों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
और पढ़ें : बुलंदशहर हिंसा: बजरंग दल ने सीबीआई जांच की मांग की, योगेश राज को सरेंडर करने के लिए कहा
Source : News Nation Bureau