बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के घर पर बुलडोजर कार्रवाई हो सकती है. ऐसा हम नहीं अब्दुल सहित 23 लोगों के घरों पर पीडब्ल्यूडी का नोटिस बोल रहा है. विभाग की तरफ से सरकारी रास्ते पर अतिक्रमणकर मकान बनाए जाने की नोटिस चस्पा की गई है. हालांकि, बताया जा रहा है कि यह नोटिस 3 दिन में ग्रामीण सड़क के मध्य से 60 फीट की दूरी पर बनाए गए निर्माण को हटाने के लिए लगाया गया है.
ये है नोटिस
इस नोटस में कहा गया है, 'उपरोक्त विषय के सम्बन्ध में सूचित करना है कि कुण्डासर महसी नानपारा मार्ग प्रमुख जिला मार्ग की श्रेणी का मार्ग है. विभागीय मानक के अनुसार प्रमुख जिला मार्ग पर रूरल एरिया में मार्ग के मध्य बिन्दु से 60 फुट की दूरी के अंदर बिना विभागीय अनुमति के कोई भी निर्माण कराया जाना अवैध निर्माण की श्रेणी में आता है. अतः आपको नोटिस के माध्यम से सूचित किया जाता है कि यदि आपने यह निर्माण जिलाधिकारी महोदय, बहराइच या पूर्व विभागीय अनुमति से किया गया है तो उसकी मूल प्रति तत्काल उपलब्ध करायें व उक्त अवैध निर्माण तीन दिवस के अंदर स्वयं हटा लें. अन्यथा की दशा में अवैध निर्माण पुलिस एवं प्रशासन के सहयोग से हटवाने की कार्यवाही की जायेगी. कार्यवाही में किये गये व्यय को राजस्व के माध्यम से आपसे ही वसूला जायेगा'.
कब हुई थी हिंसा
यूपी के बहराइच में 13-14 अक्टूबर को विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी. इसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने पांच आरोपियों अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, तालीम व अफजल को सीजेएम प्रतिभा चौधरी के जजेज कॉलोनी स्थित आवास पर पेश किया. जहां से सीजेएम ने आरोपियों को 14 दिनों की रिमांड पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया.
हिंसा के पांचवे दिन शांति
फिलहाल, हिंसा के पांचवें दिन शहर में शांति पसरी हुई दिखाई पड़ रही है. शहर कोतवाली के मुख्य बाजार घंटाघर पर हिंसा के बाद जुमे की पहली नमाज के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. हर चौक-चौराहों पर पुलिस की कड़ी पहरेदारी थी.
इसके साथ ही शहर की सभी प्रमुख मस्जिदों पर मुस्लिम समाज के लोगों ने शांतिपूर्ण तरह से नमाज अदा की. इस दौरान डीएम मोनिका रानी, एसपी वृंदा शुक्ला सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, सिटी पुलिस क्षेत्राधिकारी रमेश पांडेय लगातार शहर भर में भ्रमण किया और सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना करते दिखाई दिये.