समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर सोमवार को रामपुर जिला प्रशासन का बुलडोजर पहुंचा. इस दौरान आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम के समर्थकों की निशानदेही पर यूनिवर्सिटी में खुदाई की गई. खुदान में नगर पालिका रामपुर की सफाई करने वाली मशीन के टुकड़े बरामद किए गए. यूनिवर्सिटी से मशीन बरामद होने के बाद से हड़कंप मचा गया. इस मामले में पुलिस ने आजम खान और अब्दुल्ला आजम समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
गौरतलब है कि सपा सरकार में सफाई करने के लिए करोड़ों रुपये की मशीन नगर पालिका रामपुर ने खरीदी थी. इसका उपयोग नगर पालिका की जगह जौहर यूनिवर्सिटी में हो रहा था. ऐसा बताया जा रहा है कि जब 2017 में भाजपा की सरकार आई और इन मशीनों की खोज होने लगी तो यह जानकारी सामने आई कि मशीने यूनिवर्सिटी के अंदर काटकर दबाई गईं.
निशानदेही पर की गई कार्रवाई
जौहर यूनिवर्सिटी में इस कार्रवाई के बारे में पुलिस ने बताया कि जुए के आरोप में दो अभियुक्त पकड़े गए थे. इसमें से एक का नाम सलिम और दूसरे का नाम अनवर है. इनके संबंध विधायक के बेटे अब्दुल्ला से थे. इन्होंने पूछताछ में कई राज खोले. इस आधार पर वाकर अली ने कोतवाली में एक मुकदमा पंजीकृत कराया. मुकदमे के अनुसार पूर्व की सरकार में नगर पालिका ने जमीन सफाई को लेकर एक बहुत बड़ी मशीन खरीदी थी. इसकी कीमत करोड़ों में थी. मशील का उपयोग आमलोगों की जगह यूनिवर्सिटी में हो रहा था. मगर जब नई सरकार आई तो इनकी खोजबीन शुरू हो गई. इन मशीनों को छिपाने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मशीन को काटकर जमीन में गाड़ दिया. जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासनए कुलपति और इनके साथियों ने मिलकर उस मशीन को कटवाकर जमीन में गाड़ दिया.
HIGHLIGHTS
- समर्थकों की निशानदेही पर यूनिवर्सिटी में खुदाई की गई
- मशीन बरामद होने के बाद से हड़कंप मचा गया
- मशीने यूनिवर्सिटी के अंदर काटकर दबाई गईं