उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने आज #UPEIDA कार्यालय में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें निर्माणाधीन और बन चुके एक्सप्रेसवे के कार्य प्रगति एवं जुलाई महीने के द्वितीय सप्ताह में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के संभावित उद्घाटन के तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह व मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा अवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार, सचिव अभिषेक प्रकाश एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
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बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया, इटावा जिले से होते हुए आगरा एक्सप्रेसवे में मिलेगा. इस एक्सप्रेसवे पर छह जगहों पर फ्यूल पंप होंगे.अवनीश अवस्थी ने यूपी में तैनात कर्मचारियों, रिक्त पदों, संविदा आउटसोर्सिंग से भरे गए पदों का विवरण, आय व्यय विवरण, सभी एक्सप्रेस के निर्माण व लिंक वे निर्माण का विवरण और डिफेंस कॉरिडोर सहित समस्त योजनाओं पर अधावधिक प्रगति का विवरण पेश किया। साथ ही एजी ऑडिट और वाद विशेष मामलों की विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे परियोजना के अंतर्गत 25 पेट्रोलिंग वाहन दिन रात कार्यरत हैं। आने जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था, 10 एंबुलेंस की पहुंच 7 मिनट के भीतर 112 डायल करने पर, एक एजेंसी नामित करके आवारा पशुओं को पकड़ कर निकटवर्ती पशु आश्रम केंद्र में पहुंचाने तथा ओवर स्पीड वाले वाहनों के चालान की व्यवस्था की गई है। COVID काल में टोल एजेंसी को वर्ष 2021-22 में 26 करोड़ का घाटा आया है। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर माइनिंग शुल्क बढ़ जाने के कारण ₹52 करोड़ की लायबिलिटी आई है। इस पर विचार करना है।
मंत्री नंदी द्वारा आवारा पशुओं को एक्सप्रेसवे से हटाने की व्यवस्था की विस्तार से जानकारी ली गई तथा पकड़े जाने के बाद उन्हें सुरक्षित गोवंश आश्रम के केंद्रों में पहुंचाने में किसी प्रकार की लापरवाही ना होने के निर्देश दिए गए। श्री अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 340 किलोमीटर लंबी है। मंत्री नंदी द्वारा सुरक्षित यातायात हेतु एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाए जाने का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। अवस्थी ने बताया कि निर्धारित 8 में से 5 पेट्रोल पंप चालू हो गए हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की लंबाई 296 किलोमीटर है यह चार लेन की है। यह भरतपुर के निकट प्रारंभ होकर ग्राम गोंडा चित्रकूट होते हुए झांसी इलाहाबाद तक जाती है। यह भविष्य में 6 लाइन की बनेगी इस पर 13 स्थानों पर टोल बूथ होंगे। अभी तक इसका 96% कार्य पूर्ण हो गया है। जुलाई के मध्य में इसका उद्घाटन होना संभावित है। परियोजना की समाप्ति की निर्धारित तिथि 2023 है। गोरखपुर एक्सप्रेस वे में मिट्टी का कार्य 61 प्रतिशतत था टोटल कार्य 48% पूर्ण हो गया है। कार्य जुलाई 2023 तक पूर्ण होगा जो गोरखपुर से आजमगढ़ रोड बन जाएगा तब गोरखपुर से दिल्ली आने जाने वालों की संख्या बढ़ जाएगी। मंत्री जी ने कहा कि अब हमारा फोकस गंगा एक्सप्रेस वे पर होना चाहिए। इसके बन जाने पर बिहार का ट्रैफिक इस पर डायवर्ट हो जाएगा और इसका लाभ प्रदेशवासियों को मिलेगा।
518 गांव इस एक्सप्रेस वे में जुड़ेंगे. अवस्थी ने बताया कि 93% जमीन एक्वायर की जा चुकी हैं। उन्होंने आज इस परियोजना का एनवायरमेंट क्लीयरेंस स्वीकृत करा लिया है। दो बड़े पुल बनेंगे यह छे लेन होगी जो बाद में आठ लाइन तक विस्तारित हो जाएगी। गति सीमा यमुना एक्सप्रेसवे के मुकाबले इसमें 10 किलोमीटर बढ़ा दी गई है। मंत्री नंदी ने एक्सप्रेस-वे के किनारे वृक्षारोपण के पांच लाख वृक्षों के लक्ष्य से बढ़ाकर काम करने के निर्देश दिए। पंचवटी का, पीपल, पाकर आदि वृक्षों को वृक्षारोपण में वरीयता देने को कहा गया। श्री अवस्थी ने बताया कि बलिया लिंक एक्सप्रेस वे के निर्माण हेतु इस माह धन अवमुक्त होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च 2021 तक का आगे का कार्य हो गया है। आगे डबल एंट्री सिस्टम लागू करने जा रहे हैं। मंत्री नंदी ने निर्देश दिए कि एजी ऑडिट की आपत्तियों का निस्तारण पूरी गंभीरता पूर्वक किया जाए तथा कार्य प्रणाली बेदाग और पारदर्शी रखें जो गांव एक्सप्रेसवे के जद में आते हैं उन्हें इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एक्ट के अंतर्गत करने का प्रारूप प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
Source : Anil Yadav