उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अलीगढ़ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सूचनाओं के आदान-प्रदान के दौरान कोविड मरीजो के रिकॉर्ड, आइसोलेशन की स्थिति और कोविड से बचाव की व्यवस्थाओं पर सवाल भी पूछे. मुख्यमंत्री के साथ प्रभारी मंत्री सुरेश राणा भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि अलीगढ़ मंडल में एक्टिव केस घट रहे. सभी जनपद जांच बढ़ा रहे हैं. ऑक्सीजन लगातार भेजी जा रही है. उन्होंने कहा '' हमने यह तय किया है किसी भी तरह की जरूरत की स्थिति में लोकल एडमिनिस्ट्रेशन, प्रशासन और जनप्रतिनिधि मिलकर कार्य करेंगे. वर्तमान में अलीगढ़ मंडल में 85 एंबुलेंस डेडिकेटेड रूप से कोविड सेवा में लगी हुई हैं. 108 सेवा की 75 एंबुलेंस का उपयोग कोविड मरीजों के लिए किया जाएगा. 161 वेंटिलेटर मंडल में चालू हैं और 14 ऑक्सीजन प्लांट शुरू होने जा रहे हैं.
सीएम योगी ने आगे कहा कि तीन सक्रिय हो गए हैं. हर जनपद में महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से हॉस्पिटल बनाने का निर्देश दिया गया है पिछले एक सप्ताह में अलीगढ़ में लगभग 200 से अधिक एक्टिव केस कम हुए हैं. यहां पॉजिटिविटी रेट में निरंतर गिरावट दर्ज की जा रही है. अगर ओवर ऑल कमिश्नरी में देखा जाए, तो पहले पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत के आस-पास था. लेकिन अब यह घटकर 5 प्रतिशत के आस-पास आ गया है. हमारा प्रयास है कि इसे और कम किया जाए. ''
योगी ने कहा कि '' मैं अपने सभी हेल्थ वर्कर्स एवं कोरोना वॉरियर्स का अभिनंदन करूंगा, जो कोविड-19 से जारी युद्ध को मजबूती से लड़ रहे हैं तथा एक-एक व्यक्ति के जीवन को बचाने का कार्य कर रहे हैं. कोरोना के हालात को लेकर मैंने कल कुलपति साहब से चर्चा की थी और उन्होंने मुझे यहां की स्थिति के बारे में अवगत कराया था. यहां पर ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर डिमांड की गई थी. बड़े मेडिकल कॉलेजों तथा बड़े हॉस्पिटल में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए प्लांट या एयर सेपरेटर प्लांट लगाए गए हैं.''
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 20,000 से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाए गए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने थर्ड वेव की आशंका को ध्यान में रखते हुए एक टीम अलग से लगा दी है. हर जनपद में पीडियाट्रिक का निर्माण हो, इसके लिए अभी से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैक्सीनेशन पर जोर दिया. उन्होंने कहा, '' वैक्सीन कोरोना से बचाव का सुरक्षा चक्र है. सभी को वैक्सीनेशन में भागीदार बनना है. डीएम व एएमयू प्रशासन इस बिंदु पर भी काम करें कि कितने टेस्ट कराए गए, कितने पाजिटिव केस निकले, उनके बेहतर इलाज पर काम होना चाहिए. वैक्सीनेशन के साथ संक्रमण को रोकना भी प्राथमिकता है, इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जा सकते हैं.''
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर चुनौती के लिए तैयार रहना होगा. पैरामेडिकल स्टाफ ट्रेनिंग के कार्यक्रम चलते रहने के साथ मैन पावर की कमी नहीं रहनी चाहिए. ज्यादा से ज्यादा कोरोना संदिग्धों के टेस्ट कराए जाएं. किसी पाजिटिव मरीज की जांच में देर से उसकी जान जा सकती है. निर्देश दिए कि एंबुलेंस वहीं उपलब्ध कराएं जहां मरीज है. नदियों के किनारे टीमों को तैनात किया जाए, जिससे किसी भी शव को जल समाधि के लिए नदी में न डाला जाए.
मुख्यमंत्री ने वैक्सीनेशन पर खास जोर देते हुए कहा कि वैक्सीन कोरोना से बचाव का सुरक्षा चक्र है. कुछ लोग मौतों पर राजनीति कर भ्रम फैला रहे हैं. सभी को वैक्सीनेशन में भागीदार बनना है.
Source : IANS