उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन मामले में पुलिस एक्शन में आ गई है. शुक्रवार को विभिन्न जिलों में हुई हिंसा मामले में अब तक 10500 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस 650 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं. डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि अब तक की जांच में सामने आया है कि हिंसा में बाहरी लोगों का हाथ है. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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मेरठ जोन में 250 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में अब तक 250 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने आरोपियों के पास से शस्त्र भी बरामद कि हैं. प्रशांत कुमार ने बताया कि आरोपियों के पास से तमंचे, तलवार और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में 50 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. कुछ पुलिसकर्मियों को छर्रे भी लगे हैं. शुक्रवार को गोरखपुर में हिंसक प्रदर्शन के गुनहगारों की पहचान शुरु हो गई है. पुलिस ने इन पत्थरबाजों की तस्वीरें जारी की है. इन सभी लोगों की पहचान के बारे में पुलिस ने सूचना देने को कहा है.
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गाजियाबाद में 3500 लोगों पर मुकदमा दर्ज
गाजियाबाद में हुए बवाल में अब तक तकरीबन 3500 प्रदर्शनकारियों पर मामला दर्द हुआ है. इन प्रदर्शनकारियों पर सरकारी काम मे बाधा, तोड़फोड़ एवं जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. अलग-अलग थाना क्षेत्र में 255 लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने 66 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में कोतवाली घंटाघर, साहिबाबाद, मुरादनगर, और लोनी थाना क्षेत्र में एफआईआर दर्ज हुई हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो