शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने शनिवार को यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और उनसे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के हिंसक विरोध प्रदर्शन के संबंध में 'झूठे' मामलों में गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की मांग की. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में शिया मदरसे से गिरफ्तार छात्रों को भी रिहा किया जाना चाहिए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
उन्होंने सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा पर नियंत्रण करने के लिए लखनऊ पुलिस की सराहना की और कहा कि हिंसा भड़काने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. जव्वाद ने एक ज्ञापन में कहा, "मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों पर मामला दर्ज किया जाएगा, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस निर्दोष लोगों को उनके घरों से गिरफ्तार कर रही है."
उत्तर प्रदेश में पुलिस की कथित गोलीबारी में 15 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. कुछ अप्रमाणित वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें पुलिस प्रदर्शकारियों पर बल प्रयोग कर रही है. सीएए विरोधी आंदोलन से खुद को दूर रखने वाला शिया समुदाय इस सप्ताह आंदोलन से जुड़ गया, जब धार्मिक नेताओं ने अपनी बात से यू-टर्न ले लिया.
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AMU के 10 हजार छात्रों पर मामला दर्ज
अलीगढ़ पुलिस ने 15 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के मामले में एएमयू के 10 हजार से अधिक छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस सीसीटीवी और वीडियो के माध्यम से आरोपियों की पहचान करेगी. पुलिस का कहना है कि हिंसा में शामिल प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Source : IANS/News Nation Bureau