उत्तर प्रदेश की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से सियासी पारा चढ़ रहा है. आज सूबे की सियासत को लेकर सूत्रों से बड़ी खबर आई है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही यूपी का चुनाव लड़ेगी भारतीय जनता पार्टी. उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर सूत्रों से बड़ा खुलासा हुआ है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए विधायकों का रिपोर्टकार्ड भी तैयार किया जा रहा है. पिछली बार के विधायकों को परफॉर्मेंस के आधार पर इस बार दिया जाएगा टिकट. उत्तर प्रदेश में टिकट बंटवारे पर संगठन की सहमति के साथ-साथ सीएम योगी की अंतिम मुहर लगेगी इसका मतलब साल 2022 में विधानसभा चुनाव के लिए सीएम योगी की सहमति पर ही मिलेगा विधायकों को टिकट.
इसके पहले बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह शनिवार को लखनऊ पहुंचे. यहां उन्होंने कल सारा दिन पार्टी नेताओं से मुलाकात की. और आज यानी रविवार को उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को एक बंद लिफाफा भी सौंपा, जिसके बाद कयासों का बाजार काफी गरम हो गया है. राज्यपाल से मिलने के बाद राधा मोहन सिंह विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से भी मिलने पहुंचे हैं. राजनीतिक पंडित इस मुलाकात को योगी सरकार के विस्तार के संकेत मान रहे हैं. हालांकि राधा मोहन सिंह ने कैबिनेट में बदलाव या विस्तार की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कुछ लोग अपने दिमाग में खयालों की खेती करें तो क्या किया जा सकता है. उन्होंने इस भेंट को शिष्टाचार मुलाकात बताया है.
दरअसल 6 महीने बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि योगी कैबिनेट में फेरबदल होगा और एमएलसी बने एके शर्मा को कैबिनेट में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. हालांकि बीजेपी के पदाधिकारी इससे इंकार कर रहे हैं लेकिन पार्टी पदाधिकारियों की बैठकें और बीजेपी प्रभारी की राज्यपाल से मुलाकात को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. वहीं नियमों की बात करें तो मंत्रिमंडल के विस्तार या मंत्रणा के लिए राज्यपाल से सिर्फ मुख्यमंत्री ही मुलाकात कर सकते हैं.
मुलाकात के बाद राधा मोहन सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया था कि योगी सरकार के मंत्रीमंडल में जो पद खाली हैं, वे भरे जाएंगे. इन सभी पदों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उचित समय पर निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में हमारी अच्छी जीत हुई है. अब जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की तैयारी है. उन्होंने कहा कि मुझे उत्तर प्रदेश आए 6 महीने से ज्यादा वक्त हो गया है. इस दौरान मैं किसी वरिष्ठ नेता से नहीं मिल सका था. मैं राज्यपाल से औपचारिकता के तहत मिलने गया था.
Source : News Nation Bureau