उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और मुख्य प्रवक्ता यूपी सरकार सिद्धार्थ नाथ (Siddharth singh) सिंह से हमारे संवाददाता ने बात की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि कहां से उनके पास ऐसी जानकारी आती है. ये समझ से परे है और सरकार ने सभी की सैलरी दे दी है. बता दें कि जल निगम के कर्मचारियों की सैलरी न दिए जाने को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट करके यूपी सरकार पर निशाना साधा था.
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सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मैं किसी एक व्यक्ति पर नही बोलूंगा
साक्षी महाराज के ट्वीट पर भी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मैं किसी एक व्यक्ति पर नही बोलूंगा, लेकिन जिन चीज़ों से बैन हटा है उसकी भी फैक्ट्री है. जिसमें श्रमिक काम करते हैं. ऐसे में उन चीज़ों से बैन हटाया गया है ताकि आर्थिक तेज़ी आई.
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महाराष्ट्र सरकार के सामने किसी तरह की यह शर्त नहीं रखी
सिद्धार्थ नाथ सिंह का कहना है कि हमने महाराष्ट्र सरकार के सामने किसी तरह की यह शर्त नहीं रखी है कि वो मज़दूरों को भेजने से पहले कोरोना जांच अनिवार्य रूप से कराएं. यह ज़रूर कहा है कि मज़दूरों को व्यवस्थित तरीक़े से भेजें. महाराष्ट्र के बोर्डर से ये कैसे पास किए जा रहे हैं. हम ट्रेन चला रहे हैं, बसें चला रहे हैं, जिससे मज़दूरों को निकाला जाए.
भाजपा विधायक ने अपने ही सरकार पर साधा निशाना
भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह ने लॉकडाउन (Lockdown) के बीच शुरू की गयी शराब बिक्री पर तत्काल प्रतिबंध लगाने के साथ ही, इस फैसले के लिए अपनी ही पार्टी की सरकार पर निशाना साधा और सरकार से अपने निर्णय पर पुनर्विचार की मांग की . विधायक ने शराबबंदी (Liquor) के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि राजस्व संग्रह के लिये इंसान की जान से समझौता करना उचित नहीं है.