योगी सरकार में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev singh) ने UP BJP के अध्यक्ष पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. उनका इस्तीफा भाजपा में एक व्यक्ति एक पद के फॉर्मूले की वजह से हुआ है. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने अपना इस्तीफा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा को भेज दिया है. गौरतलब है कि उनके प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल 16 जुलाई को समाप्त हो गया था. स्वतंत्र देव सिंह के इस्तीफे के बाद उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष कौन होंगे, इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. वहीं, पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगले 3 दिनों के अंदर नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी.
3 दिन में मिल सकता है यूपी बीजेपी को नया अध्यक्ष
स्वतंत्र देव सिंह के इस्तीफे के बीच 29 से 31 जुलाई तक चित्रकूट में होने वाली तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग शिविर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन मंत्री बीएल संतोष और सीएम योगी के साथ मंत्रियों को भी बुलाया गया है. इस दौरान सरकार और संगठन दोनों एक मंच पर रहेंगे. लिहाजा, माना जा रहा है कि यहीं पर यह तय हो जाएगा कि उत्तर प्रदेश भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा.
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भाजपा सूत्रों का दावा है कि नेतृत्व ने यूपी का नया अध्यक्ष चुन लिया है. इसकी घोषणा ट्रेनिंग क्लास कैंप में की जा सकती है. निवर्तमान भाजपा यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के कार्यकाल को 3 साल पूरे हो गए हैं. यूपी विधानसभा 2022 में बीजेपी की शानदार जीत के इनाम के रूप में उन्हें योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया है. पार्टी के एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के अनुसार अब प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष के पद में बदलाव होना है.
ब्राह्मण या दलित चेहरे को दिया जा सकता है मौका
2024 में लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी इस बार संगठन की कमान किसी ब्राह्मण या दलित चेहरे को सौंप सकती है. अगर ब्राह्मण को अध्यक्ष पद दिया गया तो डॉ. दिनेश शर्मा, सुब्रत पाठक, हरीश द्विवेदी, दिनेश उपाध्याय, गोविंद नारायण शुक्ल, ब्रज बहादुर शर्मा के नामों की चर्चा हो रही है. वहीं, एक चर्चा है कि पार्टी दलित चेहरे पर भी विचार कर सकती है. पार्टी सूत्र बताते हैं कि इस बार जिस तरह से बसपा को जाटव वोट बैंक भाजपा को मिला है. इसे बनाए रखने के लिए एक दलित चेहरे को यूपी की कमान सौंपी जा सकती है. दलित समाज से जो नाम चर्चा में है. उनमें सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, सांसद विनोद सोनकर शामिल हैं. ओबीसी से दौड़ में तीन केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, भूपेंद्र चौधरी और संजीव बालियान को भी दौर में बताया जा रहा है. वैसे भाजपा हमेशा ही सरप्राइज देने के लिए जानी जाती है. जिन नामों की चर्चा होती है, वह गायब हो जाता है और कोई अनजाना चेहरा सामने आ जाता है. लिहाजा, यह तो घोषणा के बाद ही साफ हो पाएगा कि भाजपा किस पर भरोसा करती है.
Source : News Nation Bureau