केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकारें जनता के लिए स्वास्थ्य योजनाओं पर भले ही करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही हो, लेकिन यूपी के बिजनौर का जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग जनता के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है. स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते जनपद का एक गांव कैंसर वाला गांव कहलाने लगा है एक तरफ़ जहां इस गांव में अब तक दर्जनों लोग कैंसर की चपेट मेंआकर अपनी जिंदगी गवां चुके हैं तो वहीं कई और ग्रामीण कैंसर से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं.
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उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले का एक ऐसा गांव जिसे अब लोग कैंसर वाला गांव के नाम से जानने लगे हैं इस गांव में अब तक दर्जनों लोग कैंसर के गाल में समा कर अपनी जिंदगी गवां चुके हैं तो वहीं कई और कैंसर से जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. बिजनौर जिले के थाना मंडावर क्षेत्र का रायपुर बेरीसाल गांव पिछले कई सालों से कैंसर की चपेट में है. इस गांव के लोग कैंसर की बीमारी से मौत के मुंह में जा रहे हैं, जिससे गांव में पिछले 4 - 5 साल में 25 से 30 मौत हो गई हैं और अभी भी कई ग्रामीण कैंसर की चपेट में हैं.
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ग्रामीणों का आरोप है की पानी काफी कम समय से खराब है. जिसके चलते गांव को बीमारियों ने घेर रखा है. गाँव मे फैला कैंसर ज्यादातर ग्रामीणों की मौत का कारण बन रहा है बीमारी के कारण ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर है, ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस बीमारी के चलते दूसरे गांव के लोग अपनी लड़की का रिश्ता लाने में भी कतराने लगे हैं और कोई भी लोग यहां पर अपनी लड़की की शादी करने को तैयार नहीं है गांव के हालात बदतर होते जा रहे हैं.
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ग्रामीणों की मानें तो वे गांव में कैंसर फैलने की जानकारी जिलाधिकारी बिजनौर और सीएमओ को दे चुके हैं लेकिन कोई भी इस मामले में गंभीर नहीं नजर आ रहा है. आज भी गांव में कैंसर की महामारी फैली है इतना सब कुछ बताने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग कुंभकरण की नींद सोया है और गांव में लगातार कैंसर से मौतें हो रही हैं 12 हजार की आबादी वाले इस गांव में पिछले 5 सालों में 30 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं, उधर प्रशासन ने आज तक यह पता लगाने की कोशिश नहीं की कि आखिर इस गांव में कैंसर इतनी तेजी से क्यों फैल रहा है.
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वहीं स्वास्थ्य अधिकारी ने दावा किया की गांव में कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम जांच के लिए भेजी जाएगी. लेकिन अभी तक इस गांव में कोई भी स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं पहुंचा. वहीं कैंसर से इतनी मौतें हो जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग अभी तक कोई कार्यवाही नहीं कर पाया है ऐसे में बढ़ा सवाल यह खड़ा होता है कि क्या गांव में कैंसर जैसी बीमारी को देखते हुए कोई कैंप लगना चाहिए या नहीं ? अगर ऐसा होता और समय से स्वास्थ्य विभाग की टीम इस गांव में पहुंचकर कैंसर के लिए कोई जांच करती तो शायद कई जाने बचाई जा सकती थी.
Source : News Nation Bureau