एनेस्थीसिया की ओवरडोज से बच्ची की हुई मौत के मामले में ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल के डॉक्टर और नसिर्ंग स्टाफ पर केस दर्ज हो गया है. नाक पर चोट लगने की वजह से डेढ़ साल की बच्ची को यथार्थ अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने कहा था कि प्लास्टिक सर्जरी कर बच्ची की नाक पर आए निशान को पूरी तरीके से मिटा देंगे. उसके लिए ऑपरेशन करना होगा. बच्ची के पिता का आरोप है कि एनेस्थीसिया की ओवरडोज के चलते बच्ची की मौत हो गई. जिसके बाद मामला दर्ज करवाया गया है.
ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल में सोमवार को इलाज के दौरान डेढ़ साल की बच्ची की मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप है कि एनस्थीसिया की ओवरडोज देने से बच्ची की मौत हुई है. घर पर खेलते समय बच्ची को चोट लग गई थी अस्पताल में चिकित्सकों ने पट्टी कर दी और सर्जरी की सलाह दी थी. पिता ने 60,000 रूपए जमा भी करा दिए थे. आरोप है कि ऑपरेशन के लिए डॉक्टर बच्ची को ऑपरेशन थिएटर ले गए थे. कुछ देर बाद डॉक्टरों ने बच्ची की मौत होने की सूचना दी. परिजनों का आरोप है कि एनेस्थीसिया की ओवरडोज देने की वजह से ही मौत हुई है.
इस मामले में बच्ची के पिता की तरफ से बीटा 2 कोतवाली पुलिस स्टेशन में इलाज में लापरवाही के चलते मौत होने के जिम्मेदार बनाते हुए अज्ञात डॉक्टर और नसिर्ंग स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. पुलिस के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन डॉक्टर और नसिर्ंग स्टाफ से पूछताछ की जा रही है.
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Source : IANS