गोरखपुर के मनीष गुप्ता हत्या केस में बड़ी खबर सामने आई है. उत्तर प्रदेश के इस चर्चित हत्या कांड की जांच अब सीबीआई करेगी. योगी सरकार ने इस केस में सीबीआइ जांच की सिफारिश की है. आपको बता दें कि पीड़ित परिवार ने मनीष मर्डर केस में सीबीआई जांच की मांग की थी. मनीष की हत्या का आरोप पुलिसकर्मियों पर लगा है. नई जानकारी के अनुसार सीबीआई जांच शुरू होने तक एसआईटी इस मामले की जांच करती रहेगी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानपुर के व्यापारी के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी, जिनकी सोमवार रात गोरखपुर में पुलिस की छापेमारी के दौरान रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी. मुख्यमंत्री ने व्यवसायी की विधवा मीनाक्षी गुप्ता को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया और जिला प्रशासन से परिवार को 10 लाख रुपये से अधिक का मुआवजा देने को कहा.
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उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध गतिविधियां स्वीकार्य नहीं हैं और चेतावनी दी कि "बहुत गंभीर अपराधों" में शामिल पाए जाने वालों को बर्खास्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर परिवार ने पत्र दिया तो वह इस घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर परिवार ने पत्र दिया तो वह इस घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे. मीनाक्षी ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री ने भी मामले को गोरखपुर से कानपुर स्थानांतरित करने की उनकी मांग पर सहमति जताई थी. 36 वर्षीय मनीष गुप्ता की सोमवार रात कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर पिटाई करने के बाद मौत हो गई थी, जिसके बाद अधिकारियों ने उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया.
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इस बीच, एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने लखनऊ में कहा कि मनीष ने होटल की नियमित जांच के दौरान भागने की कोशिश की और गिर गया और घायल हो गया. उन्होंने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई.
Source : News Nation Bureau