मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में गन्ना मंत्री सुरेश राणा समेत नौ के खिलाफ शामली के थानाभवन पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की है। मामला हाल ही में संपन्न हुए यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने का है।
दरअसल सरकार बनने के बाद यूपी पुलिस ने जांच में सुस्ती दिखाई लेकिन चुनाव आयोग के सख्त रुख के बाद शामली के थानाभवन पुलिस ने 15 में से 9 मामलों में जांच पूरी कर आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया है। शेष 6 मामलों में विवेचना जारी है।
विधानसभा चुनावों में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान सुरेश राणा ने कहा था कि 'मैं हार गया तो देवबंद में मिठाई बंटेगी और मैंने मैदान मार लिया तो देवबंद, रामपुर व कैराना में कफ्र्यू लग जाएगा।'
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पुलिस ने बयान की वीडियोग्राफी कराकर उनके खिलाफ थानाभवन थाने पर भड़काऊ भाषण देने व आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया था।
जिन नौ मामलों में आरोप सही पाए गए हैं उनमे से दो मामले सुरेश राणा के खिलाफ हैं, जबकि जिले के विभिन्न थानों में निर्दलीय प्रत्याशी मनीष चौहान, रालोद प्रत्याशी विजेन्द्र किवाना, बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी हाजी इस्लाम, समाजवादी पार्टी के एमएलसी वीरेन्द्र सिंह, जावेद राव के खिलाफ है।
लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद जांच प्रक्रिया सुस्त हो गई थी। अब चुनाव आयोग के फटकार के बाद पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।
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HIGHLIGHTS
- गन्ना मंत्री सुरेश राणा के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की है।
- पुलिस ने बयान की वीडियोग्राफी कराकर भड़काऊ भाषण देने व आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।
Source : News Nation Bureau