विदेशी जमातियों के मददगार प्रोफ़ेसर के खिलाफ चार्जशीट (Chargesheet) दाखिल की गई है. प्रोफेसर के खिलाफ तीन थानों में मुकदमे दर्ज है. शिवकुटी, शाहगंज और करेली थाने में मुकदमे दर्ज है. महामारी एक्ट के साथ ही विदेशी जमातियों (Tabligi Jamaati) को शरण देने के आरोप में मुकदमा दर्ज है. इंडोनेशिया और थाईलैंड के विदेशी जमातियों के खिलाफ फॉरेनर्स एक्ट और वीजा उल्लंघन के मामले में मुकदमा दर्ज है. सभी 30 जमातियों को 21 अप्रैल को जेल भेजे गए हैं. चार्जशीट दाखिल होने के बाद सभी मामले कोर्ट भेजे जाएंगे. जल्द ही अदालत में मुकदमे की सुनवाई शुरू होगी. आईजी जोन के पी सिंह ने दी मामले की जानकारी दी है.
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गोश्त के व्यापार से पाबंदी हटाने की मांग
वहीं दूसरी तरफ मौलाना ख़ालिद राशिद फरंगी महली ने प्रदेश सरकार से गोश्त के व्यापार पर लगी रोक हटाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन में ज़रूरी सामान की खरीदारी की इजाज़त दी है, जो स्वागत योग्य कदम है. साथ ही उन्होंने कहा कि गोश्त भी आबादी के एक बड़े हिस्से की खुराक है. खरीदने और बेचने पर जो पाबंदी लगी है, उसे हटाई जाए. गोश्त के कारोबार से अर्थव्यवस्था को भी सुधार मिलेगा. गोश्त कारोबार से जुड़ी बड़ी आबादी व्यापार पर लगी रोक के चलते बेहद परेशान हैं. परेशानी को देखते हुए सरकार से गुजारिश है कि लगी पाबंदी हटा ली जाए.
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अबतक 66 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस लगातार पांव पसरता जा रहा है. तमाम जतन के बावजूद संक्रमण बढ़ता जा रहा है. यह अब तक 68 जिलों को अपने चपेट में ले चुका है. शुक्रवार तक यूपी में 155 नए कोरोना पॉजिटिव लोग मिले हैं और इससे अब तक 66 लोगों मौत हो गई है. राहत की बात यह कि 1387 लोग स्वास्थ्य होकर घर जा चुके हैं. प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि गुरुवार को कोरोना के 4848 सैंपलों की टेस्टिंग की गई. बुधवार को 1779 सैंपलों को मिलाकर 373 सैंपलों का पूल टेस्ट किया गया. जिसमें 18 पूल सैंपल पजिटीव मिले. उन्होंने बताया कि पूरे देश में सबसे अधिक सैंपल टेस्ट करने वाली सूची में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर आ गया है.