उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि देवीपाटन मंडल मुख्यालय पर कोविड-19 अस्पताल के प्रारम्भ हो जाने से मंडल व आस-पास के जनपदों के कोरोना संक्रमित लोगों को उच्चगुणवत्ता का इलाज व स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी. साथ ही वैश्विक महामारी से लोगों की जान बचाई जा सकेगी. यह अस्पताल कोरोना वायरस से लड़ाई की दिशा में एक और महत्वूपर्ण कदम है.
एक सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को गोंडा के जिला अस्पताल में 3237.54 लाख रुपये की लागत से निर्मित 300 बिस्तरों वाले चिकित्सालय भवन का लोकार्पण तथा 160 बिस्तरों वाले कोविड-19 अस्पताल की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने गोंडा कोविड-19 अस्पताल को बेहतर तरीके से संचालित करने का निर्देश देते हुए कहा कि यहां पर किसी चीज की कमी नहीं हो.
उन्होंने गोंडा कोविड अस्पताल को डिजिटल रूप से लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) से जोड़ने के निर्देश दिए तथा पर्याप्त मात्रा में स्टाफ बढ़ाने को कहा, ताकि जांच का कार्य दो पाली में हो सके. बयान के मुताबिक, आदित्यनाथ ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण को निर्देशित किया कि गोंडा कोविड हॉस्पिटल में विशेष रूप से प्रशिक्षित मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी आवश्यक उपकरणों की शीघ्र उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
उन्होंने कहा कि देवीपाटन मंडल के बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर जनपद को भी इस अस्पताल से लाभ मिल सकेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीपाटन मंडल में तीन मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं. जनपद बहराइच में बना मेडिकल कॉलेज इस वैश्विक महामारी में काम आ रहा है तथा बलरामपुर एवं गोंडा में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की कार्रवाई भी हो रही है.
Source : Bhasha