सांता क्लाज आया, गिफ्ट लाया. क्रिसमस के मौके पर ये लाइनें तो हर किसी की जुबान पर होती हैं. लेकिन, मुख्यमंत्री के शहर में सड़क पर घूम रहे सांता क्लाज लोगों को कुछ अलग ही संदेश देते दिखाई दे रहे हैं. सीएम सिटी में क्रिसमस के मौके पर बाजार में सांता क्लाज के रूप में आए युवाओं ने कचरा उठाकर लोगों को ‘स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत’ का संदेश दिया. स्माइल रोटी बैंक नाम की संस्था चलाने वाले आजाद पाण्डेय के नेतृत्व में निकले युवाओं की टीम ने क्रिसमस के मौके पर कुछ अलग करने की ठानी. उन्होंने इसके लिए नगर निगम से जिलाधिकारी के माध्यम से एक कचरा उठाने वाला ठेला उपलब्ध कराया. क्रिसमस के एक दिन पहले यानी 24 दिसंबर की शाम पार्क रोड से सिटी मॉल और फिर इंदिरा बाल बिहार, गोलघर, इंदिरा तिराहा और शहर के अन्य मुख्य स्थलों पर सांताक्लाज के भेष में कचरा उठाया. इस दौरान लोग उन्हें हैरत भरी निगाहों से देखते रहे.
इन युवाओं की टीम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत’ का संदेश देने का प्रयास किया. इन युवाओं ने सांता के भेष में जहां भी कचरा उठाया, वहां पर लोगों को तख्तियों पर लिखे संदेश भी पढ़ाए. इसके साथ ही उन्होंने परिवार के साथ निकले बच्चों को भी इन लोगों ने यही संदेश दिया. युवाओं की टीम ने एक विजटिंग कार्ड भी लोगों के बीच बांटा. जिस पर ‘टोकन ऑफ क्लीनलेस’, सेंटा का है संदेश, स्वच्छ रखो अपना देश लिखकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया.
यह भी पढ़ेंः Christmas Special Google Doodle : क्रिसमस को लेकर गूगल ने बनाया खास डूडल
इस अवसर पर संस्था के निदेशक आजाद पाण्डेय ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत’ अभियान को वे लोगों तक अनोखे माध्यम से पहुंचाना चाहते हैं. यही वजह है कि उन्होंने क्रिसमस के मौके पर अपने साथ युवाओं की टीम लेकर शहर की सड़कों और पार्क में कचरा बीन रहे हैं. इसका उद्देश्य सिर्फ इतना है कि लोगों को जागरूक किया जा सके.
संस्था की सदस्य दीक्षा श्रीवास्तव ने बताया कि वे खड़गपुर से बीटेक कर रही हैं. वे छुट्टियों पर यहां आई हुई हैं. उन्हें पता चला कि उनके साथी सांताक्लाज के भेष में लोगों को अनोखे तरीके से जागरूक कर रहे हैं, तो वे भी उनके साथ निकल पड़ी हैं. उन्होंने बताया कि हालांकि स्वच्छता के लिए लोगों को बहुत कुछ बताने की जरूरत नहीं है. लेकिन, फिर भी अनोखा तरीका लोगों तक किसी बात को पहुंचाने का अच्छा माध्यम बन जाता है.
वहीं सांताक्लाज के रूप में युवाओं को अनोखा संदेश देते देखकर अपने बच्चे के साथ आईं कंचन का कहना है कि ये काफी अलग और अनोखा तरीका है. सांताक्लाज के रूप में स्वच्छता का संदेश देता देखकर बच्चे इसे आसानी से समझ सकते हैं. ये अनोखा तरीका किसी भी संदेश को बच्चों के दिल और दिमाग तक पहुंचाने का अच्छा माध्यम है.
Source : News Nation Bureau