उन्नाव रेप पीड़ित परिवार की ओर से चीफ जस्टिस को लिखे ख़त पर चीफ जस्टिस रंंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री से रिपोर्ट तलब की है. रंजन गोगई ने पूछा है कि इस लेटर को उनके सामने पेश करने में देरी कैसे हुई. इसके अलावा चीफ जस्टिस ने सेकेट्ररी जनरल से भी हिंदी में लिखे इस ख़त को देखकर रिपोर्ट तैयार करने को कहा है. 12 जुलाई को चीफ जस्टिस को लिखे गए खत में रेप पीड़ित के परिवार ने बताया है कि कैसे आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के लोगों की ओर से उन्हें केस वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा है.
वहीं दूसरी तरफ लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर के बाहर मंगलवार सुबह से धरने पर बैठे उन्नाव दुष्कर्म कांड की पीड़िता के परिजनों ने पीड़िता के चाचा महेश सिंह को एक दिन की पेरोल मिलने के बाद धरना समाप्त कर दिया है. महेश सिंह को रविवार को दुर्घटना में मारे गए अपने दो रिश्तेदारों का अंतिम संस्कार करने के लिए एक दिन की पेरोल दी गई है.
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पीड़िता के परिवार के लोग रायबरेली जेल में बंद चाचा महेश सिंह के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर सुबह से धरने पर बैठे थे. पीड़ित परिवार की मांग थी कि जेल में बंद पीड़िता के चाचा को पैरोल दी जाए. साथ ही परिवार ने जल्द से जल्द आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर कार्रवाई करने की भी मांग रखी थी.
बता दें, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रामा सेंटर में रविवार को रायबरेली में दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल दुष्कर्म पीड़िता का इलाज चल रहा है. रायबरेली जेल में बंद पीड़िता के चाचा पर विधायक के भाई पर जानलेवा हमले के आरोप समेत तीन मामले दर्ज हैं. परिवार के लोग महेश सिंह के खिलाफ सभी मामले वापस लेने के साथ ही उनको तत्काल पैरोल पर रिहा करने की मांग को लेकर धरना पर बैठे थे.
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उधर ट्रामा में भर्ती दुर्घटना में घायल दुष्कर्म पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है. पीड़िता के साथ ही दुर्घटना में घायल वकील महेंद्र प्रताप सिंह वेंटिलेटर पर हैं. ट्रामा सेंटर में रायबरेली पुलिस भी मौजूद है.