14 जनवरी को शुरू हुए कुंभ का समापन 4 मार्च को महाशिवरात्रि के मौके पर छठे और अंतिम शाही स्नान के साथ होगा. आखिरी शाही स्नान में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. मेला प्रशासन के अनुसार 1 करोड़ श्रद्दालु आस्था की डुबकी लगाएंगे. इसके लिए मेला प्रशासन ने सारी तैयारियां कर ली हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुंभ मेला का समापन करेंगे. मेला अधिकारी विजय किरण के अनुसार अब तक कुंभ में 25 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई हैं.
ये भी पढ़ें - गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ प्रयागराज का कुंभ मेला-2019
भीड़ को देखते हुए पुलिस ने 12 बजे से सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश रोक दिया है. इसके लिए बाहर पार्किंग बनाई गई है. अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है. बताया जाता है कि ऐसी व्यवस्था की गई है कि गाड़ी वाले पार्किंग के नजदीक के घाट पर ही स्नान करेंगे. कुंभ में ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए पांटून पलों को बंद कर दिया गया है. बताया जाता है कि पांटून पुल नंबर 14, 15 और को ही चालू रखा गया है.इस बार कुंभ में छह शाही स्नान हुए हैं. पहला शाही स्नान मकर संक्रांती 15 जनवरी को हुआ था. दूसरा 21 जनवरी को पौष पूर्णिमा शाही स्नान हुआ. 4 फरवरी को मौनी अमावस्या तीसरा शाही स्नान, 10 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन चौथा शाही स्नान, 16 फरवरी को माध एकादशी के दिन पांचवां शाही स्नान, 4 मार्च शिवरात्रि को छठा शाही स्नान हुआ.
ये भी पढ़ें - महाशिवरात्रि पर नासिक त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग मे धूम, ओम नम: शिवाय के जयकारों से गूंज उठी त्र्यम्बकेश्वर नगरी
इस बार बुजुर्गों के लिए खास व्यवस्था की गई है. बुजुर्ग ई रिक्शा से मेला में सफर कर सकेंगे. बढ़ते भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने 8 किलोमीटर के अंदर 40 घाट को बनाया गया है.
14 जनवरी से लेकर 4 मार्च तक कुंभ मेला में श्रद्धालुओं ने स्नान किए. जिसमें छह बार शाही स्नान भी हुआ. देश-विदेश से श्रद्धालु यहां स्नान के लिए पहुंचे. अब यह सफर 4 मार्च यानी आज महाशिवरात्रि के अवसर पर समापन हो जाएगा. कुंभ मेला को गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. इसके लिए गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड की तीन सदस्यीय टीम ने दौरा किया था.
Source : News Nation Bureau