लखनऊ के विधानसभा में गुरुवार देर रात विधानसभा और विधानपरिषद के संयुक्त सत्र को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया है. उन्होंने कहा- मैं अपनी अंतरात्मा की आवाज पर विशेष सत्र में आने वाले शिवपाल यादव, अदिति सिंह, नितिन अग्रवाल समेत सभी विपक्षी सदस्यों का दिल से आभार करता हूं. 36 घंटे तक चले इस सत्र के जरिए हम लोगों ने लोकतंत्र के प्रति अपनी आस्था भी प्रकट की है. विधानसभा के संयुक्त सत्र में शिवपाल यादव भी मौजूद हैं.
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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, मीडिया ने भी इस विशेष सत्र को हाथोंहाथ लिया और बहिष्कार करने के लिए विपक्ष को भी आड़े हाथों लिया. लोकतंत्र की ताकत का अहसाह कराने के लिए भी हम लोग ऐसी परिचर्चा में हिस्सा लेते हैं और इस चर्चा में कई बेहतरीन आइडियाज सामने आए हैं. मेरी इच्छा थी कि सभी 403 सदस्य विधानसभा और सभी 100 सदस्य विधानपरिषद में अपनी बात रखें.
योगी ने कहा, इस सदन में अगर गरीबी और बेकारी और भुखमरी, स्वास्थ्य, स्किल डेवलपमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में चर्चा नहीं कर सकते तो सदन का क्या मायने रह जाता है. लेकिन विपक्ष इसमें अड़ंगेबाजी करता रहा है. विपक्ष के सदन के बहिष्कार से उनका चेहरा बेनकाब हुआ है. इस सदन के माध्यम से ये साबित हुआ कि जनता ने 2017 और 2019 में फैसला आंख मूंद कर नहीं दिया है, जो जनता की बात करेगा जनता उसी के पक्ष में फैसला देगी.
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सीएम ने आगे कहा, गांधी जी और शास्त्री जी की जयंती वर्ष है, इसलिए मुझे यकीन था कि कांग्रेस तो सदन में जरूर आएगी, लेकिन गांधी और नेहरू परिवार के बाहर के किसी व्यक्ति का सम्मान हो उसको कांग्रेस कैसे स्वीकार कर सकती है. कांग्रेस को तो लगता है कि सम्मान तो सिर्फ वहां एक परिवार की बपौती है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, लोकतंत्र संवाद से चलता है, लोकतंत्र में समस्या भी है और उसका निवारण भी है और निवारण का रास्ता संवाद से ही है. समाज का कोई भी तबका बदहाल है तो देश और प्रदेश खुशहाल नहीं हो सकता है. इसलिए सतत विकास का 2030 का एजेंडा आगे बढ़ाने की जरूरत है. ये सिर्फ देश की नहीं सभी राज्यों की जिम्मेदारी है.
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योगी ने आगे कहा, उत्तर प्रदेश के विकास के लिए हम जो प्रयास करेंगे उसका असर देश के स्तर पर पड़ेगा. अगर उत्तर प्रदेश 2 करोड़ 61 लाख शौचालय नहीं बनाता तो स्वच्छता का अभियान देश में सफल नहीं हो सकता था. पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है और भारत उत्तर प्रदेश की ओर देख रहा है. प्रदेश में ऐसे 14 लाख परिवार थे जिनके पास आवास नहीं थे, लेकिन पीएम आवास योजना के तहत हम 12 लाख 40 हजार परिवार को आवास हम दे चुके हैं.
उन्होंने आगे कहा, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से अब तक प्रदेश में 1 करोड़ 62 लाख किसानों को लाभान्वित किया जा चुका है. 100 मंडियों को ई मार्ट से जोड़ा गया है. 83 कृषि विज्ञान केंद्र इस वक्त प्रदेश में काम कर रहे हैं. पिछले ढाई साल में 45 लाख बच्चों का एडमिशन प्राइमरी स्कूलों में हुआ है. उनके लिए ड्रेस, मिड डे मील, स्मार्ट क्लास का इंतज़ाम हमने किया है.