उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly ELection) से पहले जनता का दिल जीतने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बुधवार को बड़ा ऐलान किया है. गन्ना किसानों को लेकर सीएम योगी (Yogi Government ) ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में गन्ना खरीद का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का प्रयास करेगी. दरअसल, पिछले तीन साल से गन्ना खरीद पर एमएसपी का मुद्दा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जोरों पर है. गन्ना पेराई के नए सत्र से पहले पिछला सारा भुगतान करा दिया जाएगा.
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किसान भाइयों से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी होगी. सभी संबंधित स्टेक होल्डर्स से संवाद कर निर्णय लेंगे. फसल अवशेष जलाने के कारण किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस होंगे. जुर्माना वापसी पर भी जल्द फैसला लिया जाएगा. गन्ना पेराई के नए सत्र से पहले गन्ना किसानों को पिछला सारा भुगतान करा दिया जाएगा. बिजली बिल बकाए के कारण एक भी किसान का बिजली कनेक्शन नहीं कटेगा.
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सीएम योगी ने आगे कहा कि किसानों के पुराने बिजली बिल बकाए पर ब्याज देय न हो, इसलिए ओटीएस स्कीम लाएंगे. पश्चिम क्षेत्र की चीनी मिलें 20 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगी. मध्य क्षेत्र की चीनी मिलें 25 अक्टूबर से शुरू होंगी. पूर्व क्षेत्र की चीनी मिलों का संचालन नवंबर के पहले हफ्ते से प्रारम्भ हो जाएगा.
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पिछले 3 सालों से गन्ना समर्थन मूल्य में कोई वृद्धि नहीं हुई
दरअसल उत्तर प्रदेश में पिछले 3 सालों से गन्ना समर्थन मूल्य में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है. आखिरी बार 2017 में प्रति क्विंटल पर 10 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई थी. तब से गन्ना समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल के हिसाब से 315 रुपये ही बना हुआ है. पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग करते रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- पश्चिम क्षेत्र की चीनी मिलें 20 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगी
- मध्य क्षेत्र की चीनी मिलें 25 अक्टूबर से शुरू होंगी
- र्व क्षेत्र की चीनी मिलों का संचालन नवंबर के पहले हफ्ते से प्रारम्भ होगा