उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के आधार पर बीएचयू में गड़बड़ी आशंका की जानकारी सरकार को पहले से थी। इसको लेकर विश्वविद्यालय (विवि) प्रशासन को आगाह किया गया था, लेकिन वह स्थिति को समझने में नाकाम रहा।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच संवादहीनता की स्थिति के चलते ही इतनी बड़ी घटना घटित हुई।
गोरखनाथ मंदिर में प्रवास के दौरान गुरुवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'बीएचयू प्रकरण की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी गई है। मामला केंद्रीय विश्वविद्यालय से जुड़ा है, इसमें प्रदेश सरकार और प्रशासन का सीधा हस्तक्षेप नहीं हो सकता, इसलिए इस प्रकरण में केंद्र सरकार ही निर्णय लेगी।'
योगी ने बताया कि विश्वविद्यालय में उपद्रव मचाने वालों के चेहरे कैमरों में कैद हो गए है। उन्हें चिह्न्ति किया जा रहा है, उन पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि छेड़खानी की शिकार छात्रा के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उसे हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा।
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प्रदेश में मुहर्रम और दशहरा एक साथ संपन्न कराए जाने पर उन्होंने कहा, 'जहां-जहां भी इसे लेकर दिक्कत है, वहां-वहां वजह तुष्टिकरण की नीति है। पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की सरकार ने उनसे पूछा था कि दोनों त्योहारों को प्रशासनिक दृष्टि से कैसे एक साथ संपन्न कराया जा सकता है तो उनको सुझाव दिया गया था।'
उन्होंने बताया कि प्रशासन को निर्देशित कर दिया गया है कि वह सभी की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए दोनों आयोजनों को एक साथ पूरी सावधानी के साथ सफलतापूर्वक संपन्न कराएं।
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Source : IANS