उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष को आड़े हांथों लिया और कहा कि जो लोग विदेश की जूठन पर पल रहे हैं वे किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर चला रहे हैं. मंगलवार को बुंदेलखंड के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के स्थलीय निरीक्षण और ललितपुर में बंडई बांध परियोजना के लोकार्पण के बाद झांसी पहुंचे थे. वहां उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान से झांसी मंडल को 1700 करोड़ रुपये के विकास कार्यो की सौगात दी. सीएम योगी ने मंडल के लिए 1100 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और 600 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया.
इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राजनीतिक विरोधियों पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि, "जो लोग विदेश की जूठन पर पल रहे हैं, वे किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर चला रहे हैं. देश की समृद्धि देखकर उनके पेट में दर्द हो रहा है. ऐसे ही लोग किसान की जमीन को लेने, एमएसपी न मिलने व मंडी बंद करने की बात कर रहे हैं. यह सरासर झूठ और अपने हित में किसानों को बरगलाने वाला कदम है."
उन्होंने कहा है कि डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को हमने बुंदेलखंड के विकास का केंद्र बिंदु बनाया है. आजादी के बाद की सरकारों ने स्वयं के परिवारों के लिए तो बहुत कुछ किया पर बुंदेलखंड के लिए कुछ नहीं किया. योगी ने कहा कि एमएसपी तो बन्द हुई नहीं, पहले की तुलना में कई गुना धान, गेंहू और गन्ने की खरीद हुई. साथ में पूरी पारदर्शिता से तय समय में भुगतान भी हुआ. किसानों को बरगलाने वालों के इलाज के लिए आज हम आपके बीच में हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शौर्य और पराक्रम की पर्याय वीरांगना लक्ष्मीबाई की इस धरती को नमन करते हुए कहा कि कोविड की लड़ाई पीएम मोदी के नेतृत्व में देश सफलतापूर्वक लड़ रहा है. यूपी ने कोरोना प्रबंधन में विश्व पटल पर बेहतरीन प्रदर्शन किया. विकास कार्यों की सौगात देने के साथ ही उन्होंने सवालिया लहजे में उपस्थित विशाल जनसमूह से पूछा कि झांसी मंडल में आज 1100 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व लगभग 600 करोड़ की योजनाओं का शुभारंभ हुआ, इससे पहले कभी हुआ क्या? उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि केंद्र व प्रदेश की सरकार आप सबकी खुशी के लिए प्रतिबद्ध है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि, "बुंदेलखंड के लोगों को जल आजादी देश की स्वतंत्रता के पांच साल बाद ही मिल जानी चाहिए थी, लेकिन सरकारों के उपेक्षित रवैये से ऐसा नहीं हुआ. देश और प्रदेश के निर्माण की आधारशिला रखने वाला बुंदेलखंड बदहाल रहा. हमने लोगों की पीड़ा को दूर करने का बीड़ा उठाया और वर्तमान समय में बुंदेलखंड को हर घर नल से जल योजना से आच्छादित किया जा रहा है."
मुख्यमंत्री ने कहा कि, "बुंदेलखंड में हम एक्सप्रेस लेन व फोर लेन की कनेक्टिविटी देने का कार्य कर रहे हैं. हमने डिफेंस कॉरीडोर को बुंदेलखंड के विकास का केंद्र बिंदु बनाया है. जब फाइटर विमान यहां बनेंगे और यहां का नौजवान दुश्मन के सीने को छलनी करेगा तो वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई को सभी याद करेंगे. यहां बना हथियार देश दुनिया में पहुंचेगा."
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, "यहां आने से पहले मैं जालौन गया और वहां यमुना नदी पर बन रहा पुल देखा. यह पुल महज सात से आठ माह में बनकर तैयार हो जायेगा, ये है विकास कार्य की गति. पहले ऐसे पुल बनने में सात से आठ वर्ष का समय लगता था. इसके बाद ललितपुर गया, वहां की बांध परियोजना का शुभारंभ किया. हमारे जनप्रतिनिधियों ने जो पुरुषार्थ किया उसका आज परिणाम विकास के रूप में सामने है. किसानों के हित के लिए नए नए कार्य हो रहे. यहां की एक बेटी ने स्ट्रॉबेरी की खेती करके कई गुना लाभ कमाकर दिखाया. बलिनी में महिला स्वयं सहायता समूह ने 46 करोड़ कमाए."
उन्होंने कहा कि देसी दवाओं के क्षेत्र में भी यहां कार्य किया जा सकता है. वैद्यनाथ परिवार पहले ही इस राह पर चल रहा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि झांसी का यह राजकीय इंटर कॉलेज 100 साल पूरे करने जा रहा है. हमारी सरकार ने 50 वर्ष पूर्ण करने वाले विद्यालयों का जीर्णोद्धार करने का बीड़ा उठाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ललितपुर में बांध के साथ सोलर पावर प्रोजेक्ट का भी शुभारंभ किया है. बुंदेलखंड को सौर ऊर्जा का केंद्र बनाकर हर घर में समृद्धि व खुशहाली देने का कार्य किया जाएगा.
Source : IANS