उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार अंतिम पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाने के लिए संकल्पबद्ध है तथा पुलिस अधिकारी और अभियोजक अपनी प्रभावी पैरवी से अपराधियों को दंडित कराएं. उन्होंने कहा कि सुशासन की नींव मजबूत करने, अपराधों की रोकथाम और कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए दक्ष और संवेदनशील पुलिस व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है. अपराधों की रोकथाम और उसके पर्दाफाश के साथ ही पुलिस अधिकारी और अभियोजक अपनी प्रभावी पैरवी से अपराधियों को दंडित कराएं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनात डॉक्टर भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी मुरादाबाद के आधारभूत प्रशिक्षण के बाद परिवीक्षाधीन पुलिस उपाधीक्षकों एवं सहायक अभियोजन अधिकारियों के दीक्षांत समारोह को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित कर रहे थे. पुलिस की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस ने हर परिस्थिति में अपने दायित्वों का निर्वहन किया है और कोरोना वायरस जैसी गंभीर महामारी में मजबूत स्तंभ की तरह कार्य किया है.
उन्होंने बताया कि बेहतर पुलिसिंग के लिए प्रदेश सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में प्रदेश में एक लाख 37 हजार पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की नियुक्ति की है. मुख्यमंत्री ने पुलिस उपाधीक्षकों के बीच समग्र प्रशिक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु दरवेश कुमार, इनडोर प्रशिक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु कमलेश कुमार, सहायक अभियोजन अधिकारियों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली प्रशिक्षु विपर्णा गौड़ को बधाई दी.
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे सभी अपने साथियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे. ज्ञातव्य है कि पुलिस उपाधीक्षक पद के 85वें आधारभूत प्रशिक्षण कोर्स के 30 अधिकारियों व सहायक अभियोजन अधिकारी पद के 30 अधिकारियों ने प्रशिक्षण पूरा किया है. इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
Source : News Nation Bureau