लखीमपुर खीरी मामले का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इस मामले में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. कभी उसके नेपाल में होने की जानकारी मिल रही है तो कभी उत्तराखंड की लोकेशन सामने आ रही है. पुलिस ने उसके घर के बाहर पूछताछ के लिए नोटिस भी लगाया है. इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में कहा कि सिर्फ आरोप के आधार पर किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि सबूतों के आधार पर जांच आगे बढ़ेगी और दो भी इसमें सामने आएगा, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज 18 के एक कार्यक्रम में कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इस मामले में कानून सभी के लिए एक जैसा व्यवहार करेगा. उन्होंने कहा कि खुद हाईकोर्ट कह चुका है कि गिरफ्तारी से पहले पर्याप्त साक्ष्य भी होने चाहिए. हम किसी के खिलाफ सिर्फ आरोप पर गिरफ़्तारी नहीं करेंगे. हमने साक्ष्य मिलने के बाद सभी की गिरफ्तारी की है चाहे वह बीजेपी का विधायक हो या विपक्ष का नेता. विपक्षी नेताओं को रोके जाने पर उन्होंने कहा कि तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है. विपक्ष के जो भी नेता आए थे वह सद्भावना के दूत नहीं थे. एक बार पूरी जांच हो जाने दीजिए, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
भूपेष बघेल पर साधा निशाना
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सीएम अपना प्रदेश नहीं संभाल पा रहे हैं. खुद छत्तीसगढ़ में कुछ किसान पुलिस की गोली से मारे गए. उनके प्रति उनकी कोई सहानुभूति नहीं है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भूपेश बघेल को चाकरी करनी है तो लखीमपुर चले आए. इसी तरह पंजाब के मुख्मयंत्री अपना डीजीपी, मुख्य सचिव तय नहीं कर पा रहे हैं. आतंरिक झगड़ों से त्रस्त है. इन्हीं खामियों को छिपाने के लिए सियासत की जा रही है. सीएम योगी ने सवाल उठाते हुए पूछा कि भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में कवर्धा क्यों नहीं गए. जिन किसानों को गोलियों से भूना गया, उनके परिवार मिलने भी जा सकते थे.
Source : News Nation Bureau