मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मुजफ्फरनगर में आकाशीय बिजली गिरने से हुई घटना पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रशासन को तत्काल प्रभाव से हरसंभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. शुक्रवार को अचानक मौसम (Weather) का मिजाज बदलने से तेज हवा के साथ बारिश हुई. इस दौरान कई स्थानों पर आकाशीय बिजली (Lighting) गिरने की खबर आई. मुजफ्फरनगर में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान परिवार के चार लोग झुलस गए. घायल अवस्था में हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान दो लोगों ने दम तोड़ दिया.
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हादसे में 2 सगे भाइयों की मौत
कल यानि शुक्रवार को आसमान में अचानक काले बादल छा गए थे. जगह-जगह देर रात आंधी के साथ बारिश हुई. मुजफ्फरनगर में जिन दो लोगों की मौत हुई, वो सगे भाई थे. वे लोग खेत में झोपड़ी बनाकर रह रहे थे. सभी शुकतीर्थ के गंगा खादर में कैराना निवासी शालुन अपनी पत्नी साजिदा, पुत्र 12 वर्षीय नाजिम, 13 वर्षीय जीशान के साथ ठेके पर जमीन लेकर सब्जी की खेती कर रहा था. जब तेज बारिश हो रही थी, तो वे लोग झोपड़ी के अंदर सो रहे थे. इस दौरान बिजली गिर गई. हादसे में सभी चारों लोग झुलस गए. जिसमें से दो सगे भाइयों की मौत हो गई. नाजिम और जीशान की उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
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सीएम योगी ने टीम-11 की बैठक में दिए कई निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में टीम 11 के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को श्रमिकों की समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के बाद श्रमिकों की समस्याओं को देखते हुए सरकार की ओर से निजी क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों को अपने यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों और श्रमिकों के वेतन पारिश्रमिक भुगतान का निर्देश दिया था. इसके फलस्वरूप प्रदेश की औद्योगिक इकाइयों में 512 करोड़ का भुगतान हो चुका है.
प्रदेश के करीब 24 लाख श्रमिकों को 1000 की राहत राशि का भुगतान हो चुका है.
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सभी को तुरंत राहत राशि पहुंचाया जाए
सीएम ने बचे हुए अन्य लोगों को भी युद्ध स्तर पर राहत राशि देने के निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने सभी तरह के निर्माण कार्य में लगे पंजीकृत श्रमिकों, फेरी नीति से आच्छादित श्रमिकों, मुख्यमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान से आच्छादित 16 कैटेगरी के श्रमिकों को भरण पोषण भत्ते के तौर पर दी जा रही आर्थिक और खाधान्न सहायता की समीक्षा की. औघोगिक इकाइयों व निजी क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों के लॉकडाउन अवधि के दौरान के वेतन भुगतान की समीक्षा की. औद्योगिक इकाईयों के कर्मचारियों को अब तक लॉकडाउन की अवधि का 512.98 करोड़ रुपये का वेतन भुगतान कराया गया.