मनीष मर्डर केस: पीड़ित परिवार से मिले CM योगी, पत्नी को KDA में OSD पद पर मिलेगी नौकरी

गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हुई हत्या मामले में तीन पुलिसकर्मियों के नामजद होने के बाद अपराधी छवि वाले सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं

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Mohit Sharma
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CM Yogi( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हुई हत्या मामले में तीन पुलिसकर्मियों के नामजद होने के बाद अपराधी छवि वाले सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं. इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. सीएम योगी ने पीड़ित परिवार के आर्थिक मदद की भी आश्वासन दिया. वहीं, कानपुर में सपा कार्यकर्ता पुलिसकर्मियों से भिड़ गए. बताया जा रहा है कि मीनाक्षी ने सपा कार्यकर्ताओं को जाने को कहा है. जानकारी के अनुसार मनीष के पोस्टमार्टम में गंभीर चोट के निशान मिले हैं. वहीं, शासन ने विश्वास दिलाया है कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा और दोषियों को किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा.

आपको बता दें कि सीएम योगी ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और कहा कि हाल के दिनों में कतिपय पुलिस अधिकारियों-कार्मिकों के अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने की शिकायतें मिली हैं. यह कतई स्वीकार्य नहीं है. ऐसे सभी अफसर व कार्मिक जो अति गंभीर अपराधों में लिप्त हैं उनकी बर्खास्तगी की जाए. UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानपुर के व्यापारी के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की, जिनकी सोमवार रात गोरखपुर में पुलिस की छापेमारी के दौरान रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी. मुख्यमंत्री ने व्यवसायी की विधवा मीनाक्षी गुप्ता को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया और जिला प्रशासन से परिवार को 10 लाख रुपये से अधिक का मुआवजा देने को कहा. उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध गतिविधियां स्वीकार्य नहीं हैं और चेतावनी दी कि "बहुत गंभीर अपराधों" में शामिल पाए जाने वालों को बर्खास्त कर दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि अगर परिवार ने पत्र दिया तो वह इस घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर परिवार ने पत्र दिया तो वह इस घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश करेंगे। मीनाक्षी ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री ने भी मामले को गोरखपुर से कानपुर स्थानांतरित करने की उनकी मांग पर सहमति जताई थी. 36 वर्षीय मनीष गुप्ता की सोमवार रात कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर पिटाई करने के बाद मौत हो गई थी, जिसके बाद अधिकारियों ने उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया. इस बीच, एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने लखनऊ में कहा कि मनीष ने होटल की नियमित जांच के दौरान भागने की कोशिश की और गिर गया और घायल हो गया. उन्होंने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई.

Source : News Nation Bureau

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